यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं. मुस्लिमों के बाद अब सिख समुदाय ने भी खुलकर इस कानून का विरोध करना शुरू कर दिया हैं।
सिखों की अहम संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPI) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध करते हुए कहा, “यह कानून देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में एक और कदम है।”
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक प्रस्ताव पास करते हुए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार द्वारा पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की योजना का कड़ा विरोध किया।
प्रस्ताव में केंद्र सरकार को बताया गया कि, भारत एक बहुभाषी और बहुत धार्मिक देश है यहां सभी धर्म के मानने वाले रहते हैं. अल्पसंख्यक समुदाय यानी सिखों ने देश की आजादी में और संस्कृति बचाने में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन यहां रहने वाले अल्पसंख्यकों का दमन किया जा रहा है और उनके धार्मिक और सामाजिक सरोकारों में दखल दिया जा रहा है।
केंद्र की भाजपा सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रभाव में हिंदू राष्ट्र बनाने के एजेंडे के तहत चल रही है और देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की योजना भी इसी का हिस्सा है।