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तेलंगाना: ईद पर एकजुट हुए मुस्लिम परिवार पर हिंदुत्ववादियों की भीड़ ने किया जानलेवा हमला, पांच लोग घायल

हैदराबाद के निजामाबाद जिले में स्थित सिरनापल्ली गांव में रविवार रात एक हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े 50-60 लोगों ने कथित तौर पर एक मुस्लिम परिवार पर तलवारों से हमला कर दिया, जिसमें पांच लोग घायल हो गए।

घायलों में अहमद उल्ला खान, उनकी पत्नी रिजवाना बेगम तथा उनके बेटे मोहम्मद मजीद खान और अमन खान शामिल हैं।

गंभीर रूप से घायल मोहम्मद मजीद खान ने मजलिस बचाओ तहरीक (एमबीटी) के प्रवक्ता अमजदुल खान से फोन पर बात की और दावा किया कि उन्हें नाबालिग लड़की के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में पोक्सो अधिनियम (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) के तहत झूठा फंसाया गया है।

माजिद खान ने आरोप लगाया, “उन्होंने मेरे खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया। मुझे तीन महीने जेल में बिताने पड़े।”

उस समय स्थानीय ग्राम विकास समिति (वीडीसी) ने एक प्रस्ताव पारित कर दोनों भाइयों को गांव से बहिष्कृत कर दिया और केवल उनके माता-पिता को ही गांव में रहने की अनुमति दी। माजिद खान और अमन खान ने कामारेड्डी में पेंटर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया।

बकरीद के मौके पर दोनों भाई अपने माता-पिता से मिलने गए थे। रात करीब 8 बजे तलवारों से लैस 50-60 लोगों के एक समूह ने उनके घर में घुसकर परिवार पर हमला कर दिया, जिससे उनकी जान पर बन आई।

परिवार ने बताया कि माजिद और उसके पिता अहमद उल्लाह खान के सिर में चोटें आईं जबकि उसकी मां रिजवाना बेगम के कपड़े फाड़ दिए गए। माजिद की बहन और उसके परिवार (जिसमें बच्चे भी शामिल हैं) पर भी हमला किया गया।

अमजदुल्लाह खान से बात करते हुए माजिद ने आरोप लगाया कि हमलावर हिंदूवादी संगठन बजरंग दल से जुड़े थे।

परिवार का फिलहाल निजामाबाद सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

अमजदुल्लाह खान ने अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अल्पसंख्यकों पर हमले होने पर पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है. द सियासत डेली की रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।

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