महाराष्ट्र के ठाणे में एक परिवार ने विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि उनकी बेटी का जबरन इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराया गया है।
परिवार का आरोप है कि उनकी बेटी को आर्थिक लाभ का लालच देखकर पड़ोसी मुस्लिम परिवार और एक स्थानीय इस्लामी उपदेशक ने जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया.
लड़की की मां ने बताया कि, यह धर्म परिवर्तन उस समय हुआ जब वह जून 2022 में लंदन में थीं. हमें चिंता चिंता है कि उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की गई है और वह अवैध गतिविधियों में भी शामिल हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 26 जून 2022 को लड़की लंदन चली गई और 18 नवंबर 2022 को घर आई। इस दौरान लड़की घर छोड़कर चली गई और अपने पीछे एक शहादत पत्र (इस्लाम में धर्म परिवर्तन की घोषणा) छोड़ गई, जिस पर उल्हासनगर और अंबरनाथ मस्जिद ट्रस्ट, मुस्लिम जमात की मुहर लगी थी।
उसके लापता होने के बाद परिजनों ने 29 नवंबर 2022 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर बेटी ने धर्म परिवर्तन की बात स्वीकार की थी।
विट्ठलवाड़ी पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर शबाना सईद और मस्जिद के ट्रस्टी फारूक अब्दुल करीम को भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है, जिसमें विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना (153-ए), पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना (295, 295-ए), आपत्तिजनक बयान देना (298), खतरनाक हथियारों से नुकसान पहुंचाना (324), और धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक धमकी के विभिन्न आरोप शामिल हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, जांच अभी भी जारी है तथा अधिकारी आठ अन्य संदिग्धों की तलाश कर रहे हैं।