Journo Mirror
भारत

देश के कई हिस्सों में मनाई गई पूर्व सांसद मरहूम इलियास आज़मी की पहली बरसी

आज से ठीक 1 साल पहले 5 जून 2023 को इलियास आज़मी लंबी बीमारी के चलते दिल्ली के अपोलो अस्पताल में देहांत हो गया था. इलियास आज़मी देश की दलित मुस्लिम बैकवर्ड की राजनीतिक एकता की पहली कॉन्फ्रेंस लखनऊ के रफायत क्लब में डॉ अब्दुल जलील फरीदी और स्वामी पेरियार नायकर और कर्पूरी ठाकुर के साथ उसकी नींव रखी।

इलियास आज़मी इस देश की तीन पॉलीटिकल पार्टी के फाउंडर मेंबर भी रहे आम आदमी पार्टी बहुजन समाज पार्टी और मुस्लिम मजलिस जैसी पॉलीटिकल पार्टी के फाउंडर भी रहे. इलियास आज़मी दो बार लोकसभा के सदस्य भी रहे और 12वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा बोलने वाले मुस्लिम सांसद बने।

इलियास आज़मी अपनी जिंदगी में डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी अल्लामा इकबाल डॉक्टर अंबेडकर स्वामी पेरियार नायकर को अपना आदर्श मानते थे. इलियास आदमी 70 साल के राजनीतिक कैरियर में अपनी मजहबी पहचान के साथ एक भी दाग नहीं लगे।

इलियास आज़मी देश के हर आंदोलन की पहली पक्ति मे नजर आए. चाहे जयप्रकाश नारायण का भ्रष्टाचार का मूवमेंट हो या विश्वनाथ प्रताप सिंह का सामाजिक न्याय का आंदोलन चाहे सी ए एनआरसी का आंदोलन हो या अन्ना हजारे का भ्रष्टाचार का मूवमेंट हो या काशीराम का सामाजिक परिवर्तन का नारा हो. आप इलियास आज़मी को हर जगह पाएंगे।

आज दिल्ली लखनऊ हरदोई लखीमपुर खीरी महाराष्ट्र जैसे देश के कई हिस्सों में आज उनकी बरसी मनाई गई. इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री अब्दुल मन्नान पूर्व विधायक आसिफ खान अनीस अंसारी पूर्व आईएएस जस्टिस बी नकवी और इलियास आदमी के बेटे अरशद अहमद सिद्दीकी सामाजिक कार्यकर्ता रणधीर सिंह सुमन लखनऊ में मौजूद थे. महाराष्ट्र में छगन भुजबल कैबिनेट मिनिस्टर आरिफ नसीम खान पूर्व सांसद मजीद मेमन सांसद रिजवी बिल्डर मौजूद रहे।

Related posts

Leave a Comment