दिल्ली में इमामों की तनख्वाह का मुद्दा काफ़ी दिनों से उठ रहा हैं उसके बावजूद दिल्ली सरकार और उसके अधीन आने वाला वक्फ बोर्ड इस मामले को नजरअंदाज करता आ रहा हैं।
लगातार हो रहीं नजरअंदाजी के कारण दिल्ली की तमाम मस्जिदों के इमामों ने सड़कों पर उतरकर दिल्ली सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया।
दिल्ली के इमामों को पिछले 11 महीनों से तनख्वाह नहीं मिल रहीं हैं. जिसको लेकर इमामों ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन एवं आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान से भी मिलने के लिए समय मांगा. लेकिन अमानतुल्लाह खान ने मिलने से मना कर दिया।
इमामों का कहना है कि, 11 महीनों से हमको तनख्वाह नहीं मिली हैं. हम भूखे मर रहे हैं. बिमार रहते हैं दवाई के लिए पैसे नहीं हैं हम क्या करें।
कांग्रेस नेता अली मेंहदी का कहना हैं कि “आज बहुत ज़्यादा मजबूर हो कर दिल्ली के इमाम अपने हक़ की लड़ाई , अपने वज़ीफ़े के लिए दिल्ली वक़्फ़बोर्ड पहुँचे पर अरविंद केजरीवाल जी के प्रिय विधायक व चएरमैन साहब के पास मिलने का भी वक़्त नहीं था. अब दिल्ली के उलेमा आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ सड़क पर उतर चुके है. शर्म करो संघीवाल. हम उलेमा हज़रात के हक़ की लड़ाई केजरीवाल जी से बहुत पहले से लड़ रहे है।”
आज बहुत ज़्यादा मजबूर हो कर दिल्ली के इमाम अपने हक़ की लड़ाई , अपने वज़ीफ़े के लिए दिल्ली वक़्फ़बोर्ड पहुँचे पर @ArvindKejriwal जी के प्रिय विधायक व चएरमैन साहब के पास मिलने का भी वक़्त नहीं था!
अब दिल्ली के उलेमा @AamAadmiParty के ख़िलाफ़ सड़क पर उतर चुके है!
शर्म करो संघीवाल pic.twitter.com/DRyQLBAM57— Ali Mehdi🇮🇳 (@alimehdi_inc) February 25, 2022