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यूपी: संभल कोर्ट ने दिया ‘जामा मस्जिद’ का सर्वेक्षण करने का आदेश, रातों रात पहुंची टीम, हिंदुत्ववादियों का दावा यह ‘हरि हर मंदिर’ है

उत्तर प्रदेश में बाबरी मस्जिद, ज्ञानवापी मस्जिद और शाही ईदगाह के बाद अब कोर्ट ने संभल की जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का भी आदेश दे दिया है. याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि यह हरि हर मंदिर है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने संभल सिविल कोर्ट में दलील दी कि संभल की जामा मस्जिद असल में श्री हरिहर मंदिर है। सुनवाई के बाद सीनियर सिविल जज संभल डिवीजन ने एडवोकेट कमिश्नर की निगरानी में सर्वे के आदेश दिए हैं।

आरोप है कि 4 बजे अदालत में इस मामले को पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने तुरंत एक कोर्ट कमिश्नर को मस्जिद में सर्वेक्षण करने के लिए भेजा।

जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक सहित कई जिला अधिकारी भी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे। एक वीडियो में पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंचती दिखाई दे रही हैं और कोर्ट कमिश्नर मस्जिद का दरवाज़ा खोल रहे हैं, उनके साथ मस्जिद समिति के सदस्य भी मौजूद हैं।

मीडिया से बात करते हुए विष्णु शंकर ने कहा, “संभल में मंदिर (मस्जिद का जिक्र) हमारे लिए पूजा का स्थान है। हम सभी मानते हैं कि कल्कि अवतार इसी स्थान पर होने वाला है।

उन्होंने आगे दावा किया कि बाबर ने इसे आंशिक रूप से ध्वस्त कर मस्जिद बनवाई थी। उन्होंने कहा, “वर्ष 1529 में बाबर ने मंदिर को ध्वस्त करने की कोशिश की और इस पर मस्जिद बनवाई। चूंकि यह एएसआई संरक्षित क्षेत्र है, इसलिए कोई भी अतिक्रमण नहीं किया जा सकता।

मस्जिद में कई संकेत और प्रतीक हैं जो हिंदू मंदिर के हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, अदालत द्वारा पारित आदेश के बाद एक सर्वेक्षण किया जाएगा।”

अदालत के निर्देश के बाद शाही जामा मस्जिद का उसी रात दो घंटे तक पुलिस की कड़ी निगरानी में निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मस्जिद के बाहर भीड़ जमा हो गई और नारे लगाने लगी।

हालांकि, जामा मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने स्थिति को शांत कर दिया, जिन्होंने सुनिश्चित किया कि टीम शांतिपूर्वक सर्वेक्षण कर सके। रिपोर्ट के अनुसार, घटना के दौरान सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क भी मौजूद थे ।

सर्वेक्षण पर टिप्पणी करते हुए सपा सांसद और जामा मस्जिद कमेटी दोनों ने कहा, ” निरीक्षण के दौरान मंदिर जैसी कोई आपत्तिजनक वस्तु या प्रतीक नहीं मिला।”

इस मामले पर सोशल एक्टिविस्ट अंसार इमरान का कहना है कि, जिनको लगता था एक बाबरी मस्जिद से मामला खत्म हो जायेगा वो ध्यान से देख ले अब संभल की जामा मस्जिद को मंदिर बताया जा रहा है।

आज ही संभल की जामा मस्जिद को मंदिर बताकर आज जिला कोर्ट में याचिका दायर हुई। जज साहब इतने उतावले थे कि हाथों हाथ याचिका को स्वीकार कर लिया।

न्यायपालिका निष्पक्ष है ये सबसे बड़ा झूठ है!

मामला यहीं नहीं रुका तुरंत सर्वे का आदेश जारी कर दिया। प्रशासन जज महोदय से भी ज्यादा व्याकुल था तुरंत सर्वे टीम के साथ पूरे पुलिस के बंदोबस्त के साथ सर्वे के लिए मस्जिद भी पहुंच गयी।

अभी रात में भारी पुलिस फ़ोर्स की मौजूदगी में मस्जिद में सर्वे चल रहा है।

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