बिहार के बक्सर में एम्बुलेंस घोटाले को उजागर करने वाले ईटीवी भारत के पत्रकार उमेश पांडे को महंगा पड़ गया है।
स्थानीय भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी ने एम्बुलेंस घोटाला को गलत बताते हुए, ईटीवी भारत के पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कराई है।
भाजपा नेता की इस हरकत की बक्सर पत्रकार संघ ने जमकर आलोचना कि है बक्सर पत्रकार संघ के प्रवक्ता कपिंद्र किशोर ने इस मामले की स्थानीय प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
साथ ही साथ स्थानीय प्रेस संगठनों ने एफआईआर के बाद बक्सर सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री अश्वनी चौंबे की खबरों के पूर्ण बहिष्कार की चेतावनी दी है।
इस मामले पर बक्सर सदर से विधायक मुन्ना तिवारी ने भाजपा को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि पत्रकारों पर फर्जी मुकदमें बर्दाश्त नहीं किए जायेंगे साथ ही साथ उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करा के कोई सच्चाई को दबा नही सकता है।
बक्सर में एम्बुलेंस घोटाले पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री @AshwiniKChoubey के खिलाफ साथी विधायकों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति बनाई।
पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे बर्दाश्त नहीं करेंगे
मुन्ना तिवारी, बक्सर विधायक@INCIndia @INCBihar @RahulGandhi @mangalpandeybjp @BHAKTACHARANDAS pic.twitter.com/Ni1mJJvOxK— MLA Sanjay Kumar Tiwari Buxar (@sanjaytiwarimla) May 29, 2021
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बक्सर में नए स्टिकर के साथ पुरानी एम्बुलेंस का उद्घाटन किया था जिसको ईटीवी भारत के पत्रकार उमेश पांडे ने उजागर किया था।