राजस्थान के घाटमिका गांव के दो युवकों नासिर और जुनैद को जिंदा जलाकर निर्मम हत्या के मामले में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद रावण काफ़ी सचेत नज़र आ रहे हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद रावण ने प्रेस विज्ञप्ति ज़ारी करते हुए कहा है कि, इस घटना में अभी तक ना तो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं और ना ही पीड़ित परिवार को सरकार ने कोई मुआवजा और राहत प्रदान की हैं।
बीते दिनों आज़ाद समाज पार्टी ने अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थीं, लेकीन राजस्थान और हरियाणा सरकार ने इस प्रकरण में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की, जिससे प्रतीत होता हैं कि इस घटना में सफेदपोश नेता, अधिकारियों और पुलिस प्रशासन की मिली भगत हैं।
राजस्थान में दलितों, आदिवासियों और मुसलमानों के साथ लगातार हत्या, बलात्कार और शोषण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं और प्रदेश सरकार जातिगत कारणों से मुआवजा और न्याय देने में भेदभाव कर रहीं हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद का कहना हैं कि, जब सत्ता निरंकुश और संवेदनहीन हो जाए तो न्याय मांगने से नही मिलता है उसके लिये संघर्ष करना पड़ता है. शर्म आनी चाहियें ऐसी सरकारों जो न्याय देने में भेदभाव करती है. जब तक पीड़ित परिवारों को न्याय नही मिलता हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
चंद्रशेखर के मुताबिक़, उदयपुर के कन्हैया हत्याकांड में मुख्यमंत्री खुद पीड़ित परिवार के घर जाकर 50 लाख का मुआवजा और दो सरकारी नौकरी प्रदान करते हैं लेकीन इसके उलट इंद्र मेघवाल, जितेंद्र मेघवाल, ओमप्रकाश रैगर और नासिर-जुनैद हत्याकांड पर सरकार भेदभाव करती दिख रही हैं।
नासिर और जुनैद हत्याकांड गहरी साजिश का हिस्सा हैं इसलिए आज़ाद समाज पार्टी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी एवं इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग करती हैं तथा उदयपुर कांड की तरह पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग करती हैं।