उत्तर प्रदेश में कभी पुलिस हिरासत में मुस्लिम युवकों को बेरहमी पीटा से पीटा जाता हैं तो कभी हिंदुत्ववादियों द्वारा चोरी के शक मुस्लिमों को पीटा जाता हैं, ऐसा लगता हैं कि उत्तर प्रदेश का मुस्लिम सिर्फ़ जुल्म सहने के लिए ही बना हैं।
ताज़ा मामला बुलंदशहर के थाना ककोड़ स्थित वैर गांव का है, जहां हिंदुत्ववादियों ने चोरी के शक में मुस्लिम युवक को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा तथा उससे जबरन जय श्रीराम के नारे भी लगवाए।
पीड़ित परिवार का आरोप है 13 जून को दोपहर में गजेंद्र, सौरभ और धन्नी अपनी मोटरसाइकिल से आए और साहिल को उठाकर ले गए. रास्ते में उसको पेड़ से बांधकर लात- जूतों और बेल्ट के द्वारा बेरहमी से पीटा।
इस दौरान आरोपियों ने साहिल को जबरन गंजा कर उससे जय श्रीराम के नारे भी लगवाए और उसकी जेब रखा मोबाइल और 1500 रुपये भी निकाल लिए।
पीड़ित की मां नूर बानो का कहना हैं कि, जब हम शिक़ायत कराने थाने पहुंचे तो पुलिस ने हमे धमका कर भगा दिया, आरोपी बहुत ही दबंग लोग हैं हमारे पीछे भी हथियार लेकर भाग रहें हैं तथा धमकी दे रहें हैं।
इस मामले पर यूपी कांग्रेस का कहना हैं कि, बुलन्दशहर में एक मुस्लिम युवक साहिल को मोबाइल चोरी के शक में पेड़ से बांधकर मारा गया, उसके बाल मुंडवा दिए गए, उससे जबरदस्ती ‘जय श्री राम’ का नारा लगवाया गया, अगर उस पर चोरी की शंका थी तो उसे पुलिस को देना चाहिये या खुद पकड़कर-बांधकर मारना चाहिये? कौन सा कानून इन्हें ऐसा करने की छूट देता है? क्या कोई नारा लगा देना ही इसके अपराध की सजा हो सकती है? यह कौन सा दंडाविधान है? आखिर चल क्या रहा है इस प्रदेश में? क्या भाजपा के लोग कानून-व्यवस्था से ऊपर उठ चुके हैं?
बुलंदशहर ने इस घटना पर एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि, ककोड़ थाना क्षेत्र के वैर गांव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक के साथ तीन युवक मारपीट करते नजर आ रहे हैं. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, आगे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।