भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिकी दौरा काफी चर्चा में बना हुआ हैं एक तरफ़ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति उनका स्वागत करेंगे तो दूसरी तरफ मानवाधिकार कार्यकर्ता उनके दौरे का विरोध करेंगे।
अमेरिकी अधिकार समूह भारत में बिगड़ते मानवाधिकारों मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा।
इस विरोध प्रदर्शन को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रहीं तथा ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने की अपील की जा रहीं हैं।
अमेरिकी पत्रकार पीटर फ्रीडरिच ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर एक पोस्टर शेयर किया हैं जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान होने वाले विरोध प्रदर्शन की डिटेल्स दी गईं हैं।
इस पोस्टर में “मोदी नॉट वेलकम” के साथ लिखा हैं कि, वैश्विक फासीवाद के खिलाफ प्रदर्शन करें।
इसके अलावा एक अन्य ट्वीटर अकाउंट ने इस पोस्टर पर कमेंट करते हुए लिखा है कि, जो बाइडेन मोदी की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान आपका एजेंडा क्या है? क्या आप मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के बारे में बात करना चाहेंगे, जिससे भारत में अल्पसंख्यक पीड़ित हैं?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल, पीस एक्शन, वेटरन्स फॉर पीस, और बेथेस्डा अफ्रीकन सेमेट्री जैसे तमाम संगठन 22 जून को व्हाइट हाउस के पास इकट्ठा होने का दावा कर रहे हैं. इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात होनी है।
आपको बता दें कि, ह्यूमन राइट्स वॉच के एशिया डिवीजन के निदेशक इलेन पियर्सन ने अमेरिकी राष्ट्रपति को पत्र लिखा हैं जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान सार्वजनिक और निजी तौर पर भारत में मानवाधिकारों के बारे में चिंताओं को उठाने का आग्रह किया है।