स्वीडन में दूसरी बार कुरान ए पाक की बेहुरमती के ख़िलाफ़ पूरी दुनिया में खलबली मच गई हैं, इस बार पूरी इस्लामिक दुनियां एकजुट होकर बड़ी कार्यवाही करने की योजना बना रहीं हैं।
स्वीडन पुलिस ने इस बार सलवान मोमिका को इराकी दूतावास के बाहर कुरान ए पाक की बेहुरमती करने की इज़ाजत दी थीं, इससे पहले ईद के दिन इसी व्यक्ति ने स्टॉकहोम में भी मस्जिद के सामने कुरान ए पाक को जलाया था।
इस घटना के बाद से पूरी इस्लामिक दुनियां गुस्से में हैं, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इराक में स्वीडन के दूतावास में आग लगा दी तथा इराकी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए स्वीडन के राजदूत को देश से निकाल दिया।
इसके अलावा ईरान और लेबनान में भी स्वीडन के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोल्लाहियान ने कुरान के अपमान पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखा हैं और स्वीडिश राजदूत को तलब किया है।
इसके अलावा 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने भी इस घटना की निंदा की हैं।
आईसीसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा का कहना हैं कि, इस तरह का घृणित कृत्य नागरिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए बने अंतरराष्ट्रीय अनुबंध के अनुच्छेद 19 और 20 की भावना के विपरीत है. और इसे अभिव्यक्ति और स्वतंत्रता के अधिकार के तहत उचित नहीं ठहराया जा सकता है।