उत्तर प्रदेश में जबसे योगी आदित्यनाथ की सरकार आयी तबसे ही पुलिस आम नागरिकों पर ज़्यादा ही ज़ुल्म कर रही है। खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को पुलिस द्वारा जानबूझकर परेशान किया जाता है। न जाने कितने ही ऐसे बेक़सूर मुस्लिम नौजवान हैं जो जेलों में बंद हैं। पुलिस ने उन्हें फ़र्ज़ी मुक़दमे में अंदर डाल रखा है। और न जाने कितने ही बेकसूर नौजवान पुलिस की गोली खाकर मर चुके हैं। फिर बाद में झूठी कहानी गढ़कर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है।
अब तो ये एक ट्रेंड बन चुका है। मुस्लिम समुदाय के किसी भी व्यक्ति को परेशान करने के लिए उनके ऊपर गौकशी, गौतशकारी का मामला दर्ज कर दिया जाता है।
पिछले 7 दिनों में ये तीसरी घटना है जब किसी मुस्लिम युवक को गाय के नाम पर मारा गया।
ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले का है। पुलिस ने अमरोहा के छंगा दरवाज़ा के रहने वाले वसीम और उसके 6 साथियों को जबर्दस्ती गाड़ी में बिठाकर थाने ले गई और वहां उन्हें बुरी तरह मारा पीटा।
एक लोकल न्यूज़ चैनल से बात करते हुए वसीम रोते हुए बताते हैं कि जब वे और उनके 5 साथी आम के बाग में बैठकर पहरेदारी कर रहे थे तभी संदीप बालियान नाम का एक दरोगा आया और उन्हें गाड़ी में बिठाकर थाने ले जाकर बुरी तरह मारा पीटा।
#UttarPradesh : Another serious allegation of torture by the #UPPolice in the name of #Cow_meat. #Amroha district, according to #Muslim_farmer Wasim, he was accused of cow slaughter by the local policeman using the 3rd degree.
Wasim is hospitalized. pic.twitter.com/b2W5cT2iUX— Mohammad Sartaj Alam (@SartajAlamIndia) May 31, 2021
वसीम ने बताया कि मारते हुए दरोगा संदीप बालियान ये भी कह रहा था कि ज़्यादा से ज़्यादा मेरा तबादला हो जाएगा लेकिन आज मैं तुम लोगों को छोड़ूंगा नहीं जान से मार दूंगा।
अमरोहा पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच बिठा दी है।