उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर की जेल में बंद 23 वर्षीय शाहिद नाम के युवक ने अपनी रिहाई से एक दिन पहले जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
शाहिद पिछले एक साल से जेल में बंद था। हाल ही में उसको कोर्ट से बेल मिल गई थी। तथा वह जेल से रिहा होने वाला था लेकिन पुलिस का कहना है कि उसने अपनी रिहाई से एक दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने जब शाहिद के परिवार वालों को उसकी आत्महत्या की खबर दी तो सब लोग हैरान हो गए। परिजनों का कहना है कि रिहाई से एक दिन पहले आत्महत्या कौन करता है?
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि शाहिद ने आत्महत्या नही की है बल्कि उसको पुलिस हिरासत में मारा गया है।
पत्रकार जाकिर अली त्यागी का कहना है कि “भला 1 साल बाद जेल से मिल रही रिहाई की ख़बर सुन सुसाईड कौन करेगा? मुज़फ्फरनगर पुलिस के मुताबिक़ शाहिद (23) ने रिहाई वाले दिन जेल में सुसाईड कर लिया।”
भला 1 साल बाद जेल से मिल रही रिहाई की ख़बर सुन सुसाईड कौन करेगा?मुज़फ्फरनगर पुलिस के मुताबिक़ शाहिद (23) ने रिहाई वाले दिन जेल में सुसाईड कर लिया,@India_NHRC इस मामले में हमने आपके आयोग में शिकायत दर्ज कराई है,ज्यूडिशियल कस्टडी में ह'त्या मामले की गहनता से जांच कर कार्रवाई करे। https://t.co/CwSROjH3me
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) June 22, 2021
जाकिर अली त्यागी ने भारतीय मानवाधिकार आयोग में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। तथा आयोग से ज्यूडिशियल कस्टडी में ह’त्या के मामले की गहनता से जांच करने की मांग की है।