केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए कुल 3203 सदस्यों को विजयी बनाया है।
पार्टी ने यह सफलता कोनी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले 2843 उम्मीदवारों और स्वतंत्र चुनाव चिन्हों पर उतरे समर्थित प्रत्याशियों के दम पर हासिल की।
इस चुनाव में मुस्लिम लीग की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि कासरगोड से लेकर तिरुवनंतपुरम तक राज्य के सभी 14 जिलों में पार्टी के सदस्य चुने गए। यह पहली बार है जब मुस्लिम लीग को पूरे केरल में इस तरह की व्यापक प्रतिनिधित्व मिला है।

खास बात यह भी है कि पथानामथिट्टा जिला, जहां पिछले चुनाव में पार्टी का एक भी सदस्य नहीं था, वहां इस बार 7 सदस्यों की जीत दर्ज हुई है।
आंकड़ों के अनुसार, मुस्लिम लीग के पास इस बार 2248 ग्राम पंचायत सदस्य, 300 ब्लॉक पंचायत सदस्य, 51 जिला पंचायत सदस्य, 36 कॉरपोरेशन काउंसलर, और 568 नगरपालिका काउंसलर हैं।
चुनावी परिणामों में मुस्लिम लीग ने कांग्रेस और सीपीएम के बाद तीसरा स्थान हासिल किया है। पार्टी की मौजूदगी अब सभी जिलों में ग्राम पंचायत, ब्लॉक पंचायत और नगरपालिका स्तर पर है। इसके साथ ही मुस्लिम लीग के 9 जिला पंचायतों और 5 कॉरपोरेशनों में भी प्रतिनिधि चुने गए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह परिणाम केरल की स्थानीय राजनीति में मुस्लिम लीग की बढ़ती पकड़ और संगठनात्मक मजबूती को दर्शाते हैं।

