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अग्रिमा जोशुआ, मुनव्वर फ़ारूक़ी और कुणाल कामरा कॉमेडी नहीं कर सकते लेकिन भारत में भगवा आतंकवादी हत्या करने की बात खुले मंच से कह सकते हैं: प्रशांत कन्नौजिया

हरिद्वार में खुलेआम कत्लेआम की बात करने वाले भगवाधारियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं. देश का माहोल खराब करने वाले सभी आरोपी खुलेआम घूम रहें हैं।

हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में खुलेआम मुसलमानों के विरुद्ध हथियार उठाने की बात कहीं गईं थीं।

धर्म संसद का आयोजन इस्लाम के विरुद्ध अपशब्द कहने वाले यति नरसिंहानंद ने किया था. जिसमें तमाम कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेताओं ने हिस्सा लिया था तथा मुसलमानों के खिलाफ़ ज़हर उगला था।

धर्म संसद के आयोजकों पर अभी तक कार्यवाही न होने पर राष्ट्रीय लोकदल नेता प्रशांत कन्नौजिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि “अग्रिमा जोशुआ, मुनव्वर फ़ारूक़ी और कुणाल कामरा कॉमेडी नहीं कर सकते लेकिन भारत में भगवा आतंकवादी हत्या करने की बात खुले मंच से कह सकते हैं और UAPA/NSA जैसे क़ानून निष्क्रिय हो जाते हैं। क़ानून भी धर्म-जात देखकर लगता है।”

प्रशांत कन्नौजिया का कहना हैं कि “जर्मनी में हिटलर के नाज़ियों द्वारा यहूदियों को सीधे गैस चैम्बर में नहीं डाला गया। सबसे पहले हरिद्वार की तरह की भाषण दिया गया उसके बाद गैस चैंबर का नंबर आया। फासीवाद आएगा नहीं वो अचुका है। ऐसा न हो आपकी हिन्दू कौम नाज़ियों की तरह बदनाम और दाग बन जाए।”

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