नागरिकता संशोधन कानून (CAA) आंदोलन के दौरान झूठे मुकदमों में जेल में बंद मुस्लिम नौजवानों को धीरे-धीरे इंसाफ मिलने लगा हैं।
इलाहबाद हाईकोर्ट ने देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र एवं मुस्लिम एक्टिविस्ट शरजील इमाम को ज़मानत दे दी हैं।
शरजील इमाम पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विवादित भाषण देने का आरोप लगा था. जिसके कारण पुलिस ने उन पर देशद्रोह के आरोप में केस दर्ज़ किया था।
देशद्रोह के आरोप में ज़मानत मिलने पर उनके भाई मुज्जम्मिल इमाम ने खुशी का इज़हार करते हुए कहा हैं कि “उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अलीगढ़ के सिविल लाइंस में दर्ज एफआईआर संख्या 55/2020 में मेरे भाई शरजील शरजील इमाम को जमानत मिल गई हैं. उनकी रिहाई की ओर एक और कदम जो दर्शाता है कि अंततः झूठा प्रचार और जादू टोना पर सच की जीत होती है।
Bail has been granted to my brother Sharjeel @_imaams in the FIR No. 55/2020, registered by Civil Lines, Aligarh, Uttar Pradesh Police
One more step towards his release which shows that eventually truth prevails over lies, propaganda & witchhunt.
#SharjeelImam— Muzzammil Imam | مزمل إمام (@imammuzzammil) November 27, 2021
आपको बता दें कि शरजील इमाम जनवरी 2020 से जेल में बंद हैं उनके ऊपर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम और अरुणाचल प्रदेश में राजद्रोह की धाराओं में केस दर्ज हैं।
जिनमें से शरजील इमाम को अरुणाचल प्रदेश और असम के मुकदमे में पहले ही ज़मानत मिल चुकी हैं. और अब उत्तर प्रदेश के मामले में भी ज़मानत मिलना जल्द ही उनकी रिहाई का संकेत हैं।