देशभर में पतंजलि का व्यापार करने वाले योग गुरू बाबा रामदेव के गुरूकुल में बच्चो से जबरन बाल मजदूरी करवाने का बहुत बड़ा आरोप लगा है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र के माध्यम से आरोप लगा है कि बाबा रामदेव के पतंजलि गुरूकुल में जबरन बच्चो को बंधक बनाकर उनसे बाल मजदूरी कराई जा रही है।
तस्वीर में दिख बच्चे छ्त्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल गरियाबंद जिले के हैं। जिन्हें बाबा रामदेव के हरिद्वार स्थित पतंजलि वैदिक कन्या गुरुकुलम में 2 लाख 25 हजार रुपये देकर भर्ती कराया गया था।
जब देशभर के कोरोना वायरस के कारण सभी स्कूल और कालेज बंद हैं तब बाबा रामदेव अपने गुरुकुल खोलकर इन बच्चों से बाल मजदूरी करवाकर कोरोनिल दवा बनवा रहे है।
वायरल पत्र के अनुसार जब इन बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को लेने आश्रम पहुंचे तो आश्रम प्रबंधन ने बच्चों को छोड़ने से इनकार कर दिया और कहा कि दो लाख रुपये दो तभी बच्चे छूटेंगे।
अभिभावकों के पास बच्चों को छुड़ाने के लिए पैसे नही है। इसलिए अभिभावकों ने इस मामलें की सूचना छ्त्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कार्यालय को दी। जिसके बाद सरकार हरकत में आई।
गरियाबंद के कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर और एसपी ने इस मामले की तत्काल उत्तराखंड के अधिकारियों को दी। जिसके बाद हरिद्वार के कलेक्टर से बात करके बच्चों को छुड़ाने के प्रयास शुरू किए गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कलेक्टर ने इस बात से इनकार भी नही किया है कि रामदेव के गुरुकुल में अभी और बच्चे भी बंधक हो सकते हैं। फिलहाल बच्चों के रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है।