राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने हाल ही में अपनी सालाना रिर्पोट जारी की हैं जिसमें अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया गया हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक़ पिछले साल के मुकाबले इस साल UAPA के तहत दर्ज़ किए गए मामलों में 23 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई हैं. 2021 में UAPA के 814 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2022 में यह संख्या बढ़कर 1,005 तक पहुंच गई हैं।
UAPA के तहत सबसे ज्यादा 371 मामले जम्मू एवं कश्मीर में दर्ज किए गए हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर मणिपुर में 157 मामले दर्ज़ किए गए है।
इस रिपोर्ट के आने के बाद से सामाजिक आलोचक UAPA के तहत दर्ज मामलों में बढ़ोत्तरी को फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन की बदतर स्थिति की तरफ़ इशारा कर रहें हैं।
आपको बता दें कि इस कानून के तहत किसी व्यक्ति को भी जांच के आधार पर आतंकी घोषित करके लंबे समय तक जेल में डाला जा सकता हैं।