रामनवमी के दिन बिहार में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बिहार पुलिस ने बहुत बड़ा खुलासा किया है, पुलिस ने हिंसा से जुड़े पांच युवकों को भी गिरफ़्तार किया है।
बिहार पुलिस की तरफ़ से ज़ारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि, सांप्रदायिक हिंसा प्लानिंग के तहत हुई थी, इसके लिए सैकड़ों लोगों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था जिसके ज़रिए सभी दंगाई आपस में कनेक्ट थे. इस मामले में सोशल मीडिया के मास्टरमाइंड के तौर पर बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार ने भी सरेंडर किया है।
पुलिस की जांच के मुताबिक़, कुछ वेस्टेड इंटरेस्ट ग्रुप के द्वारा एक सोचे समझे एवं सुनियोजित षड्यंत्र के तहत रामनवमी के जुलूस की आड़ में धार्मिक उन्माद एवं सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का कार्य किया गया हैं।
इस मामले में पुलिस ने मनीष कुमार, तुषार कुमार, धर्मेंद्र मेहता, भूपेंद्र सिंह राणा और निरंजन पांडे को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से 5 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं जिनका इस्तेमाल कंटेंट अपलोड करने के लिए किया गया था।
अन्य लोगों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही हैं, पुलिस का कहना हैं कि, जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।