प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड को लेकर औरंगाबाद मेडिकल कॉलेज के मेडिकल विशेषज्ञों ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। पिछले कई दिनों से प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड को लेकर कई तरह के सवाल किए जा रहे थे। विपक्ष के नेता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए थे कि PM केयर्स फण्ड में जमा हज़ारों करोड़ रुपये आखिर कहां खर्च किये गए?
अब इन सारे सवालों पर विराम लगता दिख रहा है। औरंगाबाद मेडिकल कॉलेज की एक टीम ने एक बड़ा खुलासा किया है। मेडिकल कॉलेज द्वारा गठित टीम ने अपनी जांच में ये खुलासा किया है कि PM केयर्स फण्ड के पैसों से खरीदे गए सारे वेंटिलेटर बेकार हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उन वेन्टीलेटरों की हालत इतनी खराब है कि टेक्नीशियन भी उन्हें ठीक नहीं कर पा रहे हैं।
मेडिकल विशेषज्ञों की टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा है कि PM केयर्स फण्ड द्वारा जो वेंटिलेटर उन्हें दिए गए थे वो काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने टेक्नीशियन बुलाकर उन वेन्टीलेटरों को ठीक कराया और ICU पेशेंट को दिया लेकिन उन वेन्टीलेटरों से किसी भी मरीज की स्तिथि में कोई सुधार नहीं हुआ। वेन्टीलेटर fio2 टाइडल वॉल्यूम देने में असमर्थ हैं।
रिपोर्ट के निष्कर्ष में उन्होंने लिखा है कि ये वेंटिलेटर कोरोना मरीज़ की स्तिथि को सुधारने में सक्षम नहीं है। इन वेन्टीलेटरों में मरीज़ असंतृप्त हो जाते हैं। इसलिए इन वेन्टीलेटरों को उपयोग कोरोना मरीजों के लिए करना उचित नही है।
Breaking News- Committee of Medical experts appointed by Govt Medical College Aurangabad found all ventillators provided under #PMCares to the institution useless. As per their report even company technicians could not repair those. It is big scam. pic.twitter.com/201QuEqoow
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) May 14, 2021
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्वीट कर कहा है कि ये एक बहुत बड़ा घोटाला है। हम इसकी राज्य स्तरीय जांच चाहते हैं। हम चाहते हैं कि PM केयर्स फण्ड से जितने भी वेन्टीलेटर महाराष्ट्र को दिए गए हैं सबकी जांच हो।
We demand state level inquiry into all ventillators provided by centre to Maharashtra.Time & public money wasted through #PMCaresFund is unpardonable. Modi govt made all corporate companies to donate in this opaque fund. It was seen that information under RTI can not be sought.
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) May 14, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि मोदी सरकार हमेशा ही PM केयर्स फण्ड के सवालों से भागती रही है। अब इस रिपोर्ट के बाद जनता को ये जानने का हक़ है कि सरकार ने कैसे इन चालू कंपनियों को वेन्टीलेटरों का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया?
Modi govt kept evading questions. Now after this report Ppl must know how & why such useless & defunct companies got this contract.
It's inhumane to even think of profiteering let alone scam in this biggest ever crisis. Strongly condemn!— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) May 14, 2021