पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद वहा हिंसा भड़क गई है बीजेपी एवं टीएमसी एक दूसरे को हिंसा के लिए जिम्मेवार बता रही है इसी बीच बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने विवादित बयान देते हुए कहा कि बंगाल में ताड़का की शासन है और मुमताज का लोकतंत्र, अब तो राम बनना ही होगा।
साध्वी ने आगे कहा कि बंगाल को हिंसा मुक्त कराने के लिए एक ही उपाय है एनआरसी और राष्ट्रपति शासन।
साध्वी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई जिसके बाद उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया।
साध्वी के इस बयान पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने लताड़ते हुए कहा कि “कोरोना कहर से लाशों के ढेर से बेखबर सांसद प्रज्ञासिंह अचानक प्रकट हुई,वह भी बंगाल व ममता बेनर्जी को लेकर,उन्हें “ताड़का” बताया,कहा वहां राष्ट्रपति शासन लगे,जरा मप्र में लोकतंत्र की सीता का अपहरण करने वाले रावणों की बहन? के रूप भी कुछ कहती तो बेहतर होता,भोपाल में कितनी मौतें हुई”?
कोरोना कहर से लाशों के ढेर से बेखबर सांसद प्रज्ञासिंह अचानक प्रकट हुई,वह भी बंगाल व ममता बेनर्जी को लेकर,उन्हें "ताड़का" बताया,कहा वहां राष्ट्रपति शासन लगे,जरा मप्र में लोकतंत्र की सीता का अपहरण करने वाले रावणों की बहन? के रूप भी कुछ कहती तो बेहतर होता,भोपाल में कितनी मौतें हुई? pic.twitter.com/E05aAAN2Sd
— KK Mishra (@KKMishraINC) May 5, 2021
कांग्रेस नेता के इस बयान की सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा की जा रही है एवं लोग इस विचार को उचित बता रहे हैं