हिंदुस्तान में आए दिन दलितों की मूंछ रखने पर हत्या आम होती जा रहीं हैं. एससी/एसटी एक्ट जैसा कड़ा कानून भी उच्च जाति के अपराधियों को दलितों पर जुल्म करने से नहीं रोक पा रहा हैं।
राजस्थान के सरकारी अस्पताल में कार्यरत कोविड हेल्थ सहायक जितेंद्रपाल मेघवाल को कुछ लोगों ने सिर्फ इसलिए जान से मार दिया क्योंकि वह मूंछ रखते थे।
हत्यारे सूरत से बाइक पर सवार होकर 800 किलोमीटर दूर बारवा गांव पहुंचते हैं तथा गांव में जाकर जितेंद्र की रेकी की. उसके बाद अगले दिन जितेंद्र की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।
राष्ट्रीय लोक दल नेता प्रशांत कन्नौजिया का कहना हैं कि “मूंछ रखने पर दलित की हत्या। कश्मीरी पंडित का दर्द सबको दिख रहा है लेकिन दलित फाइल्स हर रोज हो रही है।”
मूंछ रखने पर दलित की हत्या। कश्मीरी पंडित का दर्द सबको दिख रहा है लेकिन दलित फाइल्स हर रोज हो रही है। pic.twitter.com/05t8EJXEOS
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) March 17, 2022
पत्रकार मीना कोतवाल के अनुसार, ये दलित युवक जितेंद्रपाल मेघवाल हैं, इनकी हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि इन्होंने मूंछ रख ली. सदियों से बदस्तूर यह जारी है लेकिन इसपर किसी का खून नहीं खौलता क्योंकि यहां दलितों की जान की कोई कीमत नहीं है. कश्मीर फाइल्स पर आसूं बहाने वाले कहां हैं?
ये दलित युवक जितेंद्रपाल मेघवाल हैं, इनकी हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि इन्होंने मूंछ रख ली। सदियों से बदस्तूर यह जारी है लेकिन इसपर किसी का खून नहीं खौलता क्योंकि यहां दलितों की जान की कोई कीमत नहीं है।
कश्मीर फाइल्स पर आसूं बहाने वाले कहां हैं?#JusticeForJitendraMeghwal pic.twitter.com/eMfAeoDFwd
— Meena Kotwal (मीना कोटवाल) (@KotwalMeena) March 17, 2022