नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने पर राजनीतिक षडयंत्र के शिकार सामाजिक कार्यकर्ता उमर खालीद एवं खालीद सैफी को जेल में एक वर्ष से ज्यादा हो गया है।
उमर खालीद एवं खालीद सैफी को जेल में एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उनको अभी तक अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका नही मिला है।
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में सामाजिक कार्यकर्ता उमर खालीद एवं खालीद सैफी को अदालत में हथकड़ी के साथ पेश करने की इजाज़त मांगी थी जिसको अदालत ने खारिज करते हुए कहाँ कि यह लोग गैंगस्टर नही है। तथा कोर्ट ने हथकड़ी लगाकर पेश करने से मना कर दिया।
पत्रकार जाकिर अली त्यागी का कहना है कि “कोर्ट कह रही है कि उमर खालिद और खालीद सैफी गैंगस्टर नही, यूपी सरकार सिद्दीक़ कप्पन को PFI और सिमी का सदस्य साबित नही कर पाई उसके बाद भी उमर खालिद, ख़ालिद सैफ़ी व सिद्दीक़ कप्पन सालों से जेलों में क़ैद है, जब उमर,सैफ़ी गैंगस्टर नही तो जेलों में UAPA लगा ग़लत तऱीके से क्यो रखा हुआ है?
कोर्ट कह रही है कि उमर खालिद और @KSaifi गैंगस्टर नही,यूपी सरकार सिद्दीक़ कप्पन को PFI और सिमी का सदस्य साबित नही कर पाई उसके बाद भी उमर खालिद,ख़ालिद सैफ़ी व सिद्दीक़ कप्पन सालों से जेलों में क़ैद है,जब उमर,सैफ़ी गैंगस्टर नही तो जेलों में UAPA लगा ग़लत तऱीके से क्यो रखा हुआ है?
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) June 7, 2021
उमर खालीद एवं अन्य सरकार विरोधियों को यूएपीए के तहत सालों से बिना किसी सुनवाई के जेलों में कैद कर रखा है। इनके मामले की न तो सुनवाई होती है और न ही इनको अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका मिल रहा है।