दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने का नाटक करने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली के छात्रों को शिक्षा से दूर करने के लिए स्कूलों का काम रोक रहीं हैं।
राजधानी दिल्ली के मुसलमानो का शैक्षणिक स्तर लगातार घट रहा हैं जिसको देखते हुए दिल्ली के मुस्लिम इलाकों में 250 स्कूल बनाने की मांग की गई थीं।
यह स्कूल तेलंगाना की तर्ज़ पर दिल्ली के मुस्लिम इलाकों में बनने थे. जिनका काफ़ी काम पूरा भी ही चुका था. लेकीन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस काम में टांग अड़ा दी तथा इन स्कूलों का काम बीच में ही रोक दिया।
ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने केजरीवाल द्वार स्कूलों का काम बीच में रोकने पर कड़ी आपत्ति दर्ज़ कराई हैं तथा जल्द से जल्द काम शुरु करने की मांग की हैं।
एआईएमआईएम दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफीज़ के अनुसार “ख़ाकसार की पहल पर तेलंगाना की तर्ज़ पर दिल्ली में मुस्लिम इलाक़ों में 250 स्कूल बनाने का काम शुरू किया गया था. और काफ़ी काम हो चुका है. लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उसे बीच में रोक दिया है, उसे जल्द शुरू करके मुकम्मल किया जाये।”
ख़ाकसार की पहल पर तेलंगाना की तर्ज़ पर दिल्ली में मुस्लिम इलाक़ों में 250 स्कूल बनाने का काम शुरू किया गया था और काफ़ी काम हो चुका है लेकिन @ArvindKejriwal ने उसे बीच में रोक दिया है, उसे जल्द शुरू करके मुकम्मल किया जाये@aimim_national @asadowaisi @imAkbarOwaisi @imtiaz_jaleel pic.twitter.com/0pC4Cz1pla
— Kaleemul Hafeez (@KaleemulHafeez) October 19, 2021
कलीमुल हफीज़ के का कहना है कि “दबे कुचले लोगों की तालीम की ज़िम्मेदारी सरकार की होती हैं. इसके लिए मैने दिल्ली सरकार को एक आवदेन दिया था कि तेलंगाना के तर्ज़ पर दिल्ली सरकार मुस्लिम इलाकों में 250 स्कूल खोले ताकि मुसलमानो का शैक्षणिक स्तर सुधर सके. जिसको दिल्ली सरकार ने मंजूर कर लिया था लेकीन अब अरविंद केजरीवाल ने इन स्कूलों के काम को रोक दिया।
मुसलमानो को अच्छी प्राइमरी शिक्षा नहीं मिल पाती इसलिए मुसलमान सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी तक नहीं पहुंच पाते।