नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को बढ़ी सफ़लता हाथ लगीं हैं एबीवीपी के दर्जनों कार्यकर्त्ता एनएसयूआई में शामिल हुए।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व में दिल्ली एनएसयूआई अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने एबीवीपी दिल्ली विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष राम निवास बिश्नोई को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस मौके पर एनएसयूआइ के राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली प्रभारी नितीश गौड़, राष्ट्रीय सचिव एवं मीडिया इंचार्ज लोकेश चुग एवं पूर्व दिल्ली एनएसयूआई अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा मौजूद रहें।
राम निवास बिश्नोई के साथ एबीवीपी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई ज्वाइन की।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन का कहना हैं कि एनएसयूआई हर समय छात्रों की मदद के लिए तत्पर रहती हैं चाहे बात कोरोन काल की हो या छात्रों की दाखिला प्रक्रिया से संबंधित परेशानियों की हो। हमने हर समय छात्रों की परेशानी को अपनी परेशानी समझा हैं इसलिए आज दूसरी विचारधारा के लोग भी हमारे साथ जुड़ रहें हैं।
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने एबीवीपी से आए तमाम पदाधिकारियों का एनएसयूआई में स्वागत करते हुए कहा कि हमारी लड़ाई छात्रों को उनका हक दिलाने की बल्की एबीवीपी जैसे छात्र संगठन अपने आकाओं के साथ मिलकर छात्रों का हक छीनते हैं, शिक्षा का निजिकरण करते हैं, कैंपस में गुंडा गर्दी करते है तथा छात्रों के पैसे को बर्बाद करते हैं।
पूर्व एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहां कि एनएसयूआई द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों से प्रभावित होकर जल्द ही और छात्र भी एनएसयूआई से जुड़ेंगे।
एनएसयूआई में शामिल हुए राम निवास बिश्नोई ने कहा कि मैं एबीवीपी के कार्य करने के तरीके के खिलाफ हूं, एबीवीपी ने अंग्रेजो से माफ़ी मांगने वाले सावरकर की फोटो शहीद भगत सिंह जी जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ लगाई थीं। जब कोरोना काल में एनएसयूआई पूरे देश में मदद कर रही थीं तब एबीवीपी घर पर बैठी थीं। मैं एनएसयूआई में राहुल गांधी जी एवं नीरज कुंदन जी के विचारों से प्रभावित होकर शामिल हुआ हूं।