Journo Mirror
भारत

फेसबुक ने मिल्लत टाइम्स के पेज को बिना किसी सूचना के डिलीट किया, फेसबुक पेज पर 1 मिलियन से ज्यादा फॉलोवर्स थे

सत्ता से सवाल करने वाले पत्रकार, सोशल एक्टिविस्ट एवं मुसलमानों के फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम एकाउंट बंद होने के बाद अब सत्ता से सवाल करने वाले न्यूज़ पोर्टल पर भी बदले की कार्यवाही होने लगीं हैं।

सामाजिक, राजनीतिक एवं अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर खुल कर आवाज़ बुलंद करने वाले ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल मिल्लत टाइम्स के फेसबुक पेज को डिलीट कर दिया गया हैं।

मिल्लत टाइम्स के फेसबुक पेज पर 1 मिलियन फॉलोवर्स थे तथा एक करोड़ से ज्यादा दर्शक थे।

फेसबुक ने यह कार्यवाही 13 दिसंबर 2021 सोमवार को शाम 7:30 की थीं. जिसकी सूचना मिल्लत टाइम्स के ट्वीटर हैंडल से साझा की गई।

मिल्लत टाइम्स के अनुसार “फेसबुक ने हमारा पेज अपने यहां से डिलीट कर दिया है. पेज पर 1 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर्स थे और करोड़ों दर्शक थे. जिसको कंपनी ने बगै़र किसी नोटिफिकेशन के अपने यहां से डिलीट कर दिया है. आईटी एक्सपर्ट के मुताबिक पेज के ख़िलाफ़ रिपोर्ट किया गया जिसकी वजह से ऐसा हुआ है।”

मिल्लत टाइम्स के चीफ एडिटर शम्स तबरेज़ कासमी का कहना हैं कि “फेसबुक ने मिल्लत टाइम्स का ऑफिशियल पेज अपने यहां से बग़ैर किसी सूचना के डिलीट कर दिया है. 1 मिलियन से ज़्यादा फ्लावर्स थे और करोड़ों में इसके दर्शक थे। हम अपने पेज को जल्द से जल्द बहाल करने की मांग करते हैं।”

पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी ने मिल्लत टाइम्स का फेसबुक पेज डिलीट होने पर गुस्से का इज़हार करते हुए कहा हैं कि “सत्ता की नाकामियों के ख़िलाफ़ ख़बरे चलाना मीडिया संस्थान को किस तरह भारी पड़ सकता है इसका अंदाज़ा आप मिल्लत टाइम्स से लगा सकते है कि फेसबुक ने मिल्लत टाइम्स के 1 मिलियन फ़ॉलोवर्स वाले पेज को डिलीट कर दिया है।”

आपको बता दें कि मिल्लत टाइम्स कि शुरुआत 2016 में हुई थी अभी मिल्लत टाइम्स चार भाषाओं (उर्दू ,हिंदी ,इंग्लिश ,बांग्ला ) में अपने यहाँ ख़बर प्रकाशित करता है। सबकी वेबसाइट ,यूट्यूब ,फेसबुक पेज ,ट्विटर हैंडल है। मिल्लत टाइम्स के एक यूट्यूब चैनल पर 9 लाख के करीब सब्सक्राइबर हैं ,मिल्लत टाइम का मोबाइल ऍप भी है। मिल्लत टाइम्स उन ख़बरों को दिखाता है जिसको मेन स्ट्रीम मीडिया महत्त्व नहीं देता।

Related posts

Leave a Comment