उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले शुरू हुआ जबरन धर्म परिवर्तन का मामला अब महाराष्ट्र भी पहुंच चुका है एटीएस ने महाराष्ट्र के बीड से इरफान ख्वाजा को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का आरोप है कि इरफान ख्वाजा मूक बधिर बच्चो का धर्म परिवर्तन करवाता था इसलिए उनको गिरफ्तार किया गया है। इरफान ख्वाजा से पहले यूपी एटीएस मौलाना उमर गौतम समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इरफान ख्वाजा मिनिस्ट्री ऑफ चाइल्ड वेलफेयर में काम करते है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दो बार मंच भी साझा कर चुके है।
इरफान ख्वाजा की गिरफ्तारी पर जमीयत उलमा ए हिंद ने निंदा की है तथा उनका केस लड़ने का भी ऐलान किया है।
जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरशद मदनी अनुसार “जमीयत उलमा ए हिंद इरफान ख्वाजा का केस लड़ेगे, जिन्हें एटीएस ने जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में गिरफ्तार किया है। हमने वकीलों को भी नियुक्त किया है जो अपने काम में लगे हुए हैं। अल्लाह बेगुनाहों की मदद करे।
Jamiat Ulama-e-Hind will fight the case of Irfan Khawaja, who has been arrested by the ATS on charges of forcible conversion. We have also appointed lawyers who are engaged in their work.
May Allah help the innocent. Ameen#ArshadMadani #Jamiat_Ulama_e_Hind— Arshad Madani (@ArshadMadani007) July 2, 2021
लोगों का मानना है कि जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में यूपी एटीएस लगातार मुसलमानों को गिरफ्तार करके यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मुसलमानों को बदनाम करने का साजिश रच रही है तथा हिन्दू वोटों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है।
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