लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहीं जाने वाली मिडिया को सत्ता में बैठे लोग अपने कब्जे में लेना चाहते हैं. इस कार्य को अंजाम देने में यह लोग कामयाब भी हो चुके हैं।
ज्यादातर मेनस्ट्रीम मिडिया के लोग अब सत्ता के गुलाम हो चुके हैं. कुछ निष्पक्ष पत्रकार बचे हैं जो इनके कब्जे में नहीं आ पा रहें हैं. उसके लिए यह लोग गुंडागर्दी करके इन लोगों को डराना चाहते हैं।
हाल ही में देश के जाने माने पत्रकार आशुतोष को धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए हैं. हमलावर ईमेल के ज़रिए आशुतोष को जान से मारने की धमकी दे रहें हैं।
आशुतोष का कहना हैं कि, पिछले कुछ दिनों से मुझे ईमेल पर घर में घुस कर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. जिस दिन मतगणना थी उस दिन खास तौर पर पाँच छह मेल भेजे गये. उसके बाद भी मेल भेजे गये. मैंने इन्हें सँभाल कर रखा है।
पिछले कुछ दिनों से मुझे ईमेल पर घर में घुस कर जान से मारने की धमकी दी जा रही है ।
जिस दिन मतगणना थी उस दिन खास तौर पर पाँच छह मेल भेजे गये ।
उसके बाद भी मेल भेजे गये । मैंने इन्हें सँभाल कर रखा है । 1/1
— ashutosh (@ashutosh83B) March 21, 2022
धमकी की भाषा इतनी विभत्स है कि मैं यहाँ शेयर नहीं कर सकता. इन मेल में एक नारा हर बार लगाया जाता है और एक नेता के नाम से हैशटैग बनाया गया है. मैं जानबूझकर नाम नहीं ले रहा हूँ. क्या अपनी बात कहना गुनाह है।
मैंने जानबूझकर पुलिस में शिकायत नहीं की है. पहले भी ऐसी धमकियाँ फ़ोन पर और व्हाट्सऐप पर मिलती रही है. हमेशा नज़रंदाज़ किया है. लेकिन जिस तरह से मेरे ख़िलाफ़ नफ़रत का माहौल बनाया जा रहा है, मैंने ये बात सार्वजनिक करने की सोची।