पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली कामयाबी के बाद से आम आदमी पार्टी के खाते में अब राज्यसभा सीटों की संख्या भी बढ़ गईं हैं।
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए पांच नए सदस्यों को नामांकित किया. जिनमें से एक भी दलित, मुस्लिम एवं पिछड़ा समुदाय से न होने पर लोगों में काफ़ी गुस्सा हैं।
आप ने जिन 5 नए लोगों को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है उनमें राघव चड्ढा, हरभजन सिंह, संजीव अरोरा, अशोक मित्तल, संदीप पाठक शामिल हैं।
आपको बता दें कि, आप द्वारा पहले से मौजूद राज्यसभा में सदस्य संजय सिंह, एन डी गुप्ता और सुशील गुप्ता हैं।
इस प्रकार आम आदमी पार्टी द्वारा अब तक राज्यसभा भेजे गए 8 सदस्यों में ना तो कोई दलित है, ना कोई पिछड़े है, ना कोई महिला है और ना ही कोई मुस्लिम हैं. सभी सदस्य ऊँची जातियों के पुरुष हैं और उद्योगपति हैं।
आम आदमी पार्टी द्वारा उच्च वर्गीय एवं धनी लोगों को राज्यसभा भेजने पर आरएलडी ने प्रशांत कन्नौजिया का कहना हैं कि “आप से 5 राज्यसभा सीटों में से यह दो नाम संजीव अरोड़ा-अशोक मित्तल? बाकी दलित-पिछड़ा-मुसलमान सिर्फ वोट देने का और कुछ बोलने का नहीं. अभी एमसीडी में 10-15 टिकट दे देंगे. अब बाकी पार्टियों से कंपेयर करेंगे फिर कहेंगे हम राजनीति बदलने आये थे. अखिल भारतीय कायस्त-बनिया पार्टी।”
आप से 5 राज्यसभा सीटों में से यह दो नाम संजीव अरोड़ा-अशोक मित्तल?
बाकी दलित-पिछड़ा-मुसलमान सिर्फ वोट देने का और कुछ बोलने का नहीं। अभी एमसीडी में 10-15 टिकट दे देंगे।
अब बाकी पार्टियों से कंपेयर करेंगे फिर कहेंगे हम राजनीति बदलने आये थे। अखिल भारतीय कायस्त-बनिया पार्टी।
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) March 21, 2022
अक्सर अपने प्रोग्राम में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की फ़ोटो लगाने वाली आम आदमी पार्टी ने एक भी दलित को राज्यसभा लायक़ नहीं समझा।
संदीप हुडा के अनुसार, अशोक मित्तल, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक हैं. इतनी एलिट यूनिवर्सिटी जहां आम आदमी अपने बच्चों को पढ़ाने की सोच नहीं सकता. राज्यसभा के सदस्य- अशोक मित्तल पूँजीपति हैं संजीव अरोरा उद्योगपति हैं. सुशील गुप्ता भी उद्योगपति हैं और भेजने वाली पार्टी का नाम है आम आदमी पार्टी।