तब्लीगी ज़मात पर एफआईआर का खामियाजा केजरीवाल को चौहान बागर सीट हार कर चुकाना पड़ा।
दिल्ली नगर निगम उप चुनाव में मुसलमानों ने केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को सिरे से नकार दिया। एकमात्र मुस्लिम बहुल चौहान बागर सीट पर केजरीवाल के उम्मीदवार को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा।
मुसलमान केजरीवाल से दिल्ली दंगों पर उनकी खामोशी व तब्लीगी ज़मात पर एफआईआर करवाने को लेकर खफा है। जिसके कारण यह सीट आम आदमी पार्टी से छिटक कर कांग्रेस के खाते में आ गयी।
केजरीवाल द्वारा तब्लीगी ज़मात पर एफआईआर करने के आदेश के बाद से मुसलमानों में काफी गुस्सा था जिसका कांग्रेस ने तुरंत फायदा उठाते हुए खुलेआम तब्लीगी ज़मात का समर्थन कर दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष अली मेहंदी ने तब्लीगी ज़मात के समर्थन एवं मरकज खुलवाने के लिए एक बहुत बडी मुहिम भी चलाई थी जिसके बाद मुसलमानों ने भी दिल खोलकर कांग्रेस का साथ दिया।
चौहान बागर सीट पर कांग्रेस के चौधरी जुबैर 10 हज़ार वोटों से जीते है जो उप चुनाव की सबसे ज्यादा वोटों से जीती हुई सीट बन गई है। यहां पर भाजपा को शतक लगाना भी भारी पड़ गया।