आजकल इतिहास से जमकर छेड़छाड़ हो रहीं. रोजाना इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश किया जाता हैं. मुसलमानों से संबंधित इतिहास को अन्य लोगों से जोड़कर पेश किया जाता हैं।
वैसे इस काम को बीजेपी और उससे जुड़े हुए तमाम संगठन करते हैं लेकिन अब इस कड़ी में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का भी नाम जुड़ गया हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए इतिहास को गलत तरीके से पेश किया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “शहीद भगत सिंह ने एक नारा दिया था इंकलाब जिंदाबाद, आज में एक नारा दे रहा हूं. इंकलाब जिंदाबाद शिक्षक क्रांति ज़िंदाबाद।”
मेक्सिको हुकूमत के ख़िलाफ़ 1910 में जब क्रांति हुई थी। तब उस क्रांति के दौरान एक स्पेनिश नारा "Viva La Revolution" लगा था। इसी नारे से मुतअस्सिर होकर 'मौलाना हसरत मोहानी' ने 1921 में 'इंक़लाब ज़िंदाबाद' का नारा दिया था। लेकिन RSS का जुझारू कार्यकर्ता अपना अलग ही डफ़ली बजा रहा है। pic.twitter.com/ECaznIC29n
— Shahnawaz Ansari (@shanu_sab) February 20, 2022
लेकिन जब इस नारे की सच्चायी जानने की कोशिश की तो पता चला कि यह नारा, मेक्सिको हुकूमत के ख़िलाफ़ 1910 में जब क्रांति हुई थी। तब उस क्रांति के दौरान एक स्पेनिश नारा “Viva La Revolution” लगा था। इसी नारे से प्रभावित होकर ‘मौलाना हसरत मोहानी’ ने 1921 में ‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’ का नारा दिया था।
सोशल एक्टिविस्ट शाहनवाज अंसारी का कहना है कि, इंकलाब जिंदाबाद का नारा मौलाना हसरत मोहानी ने दिया था लेकिन RSS का जुझारू कार्यकर्ता अपना अलग ही डफ़ली बजा रहा है।