मध्य प्रदेश के महू में रविवार को उस वक्त हिंसा भड़का गई जब चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मना रही हिंदू भीड़ ने इस्लाम विरोधी नारे लगाते हुए एक मस्जिद के बाहर पटाखे फोड़े जिससे तरावीह की नमाज में बाधा उत्पन्न हो गई।
जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद जावेद ने बताया कि किसी ने मस्जिद पर रस्सी बम फेंका, जिससे धुआं फैल गया और अंदर मौजूद नमाजी घबरा गए।
हिंसा मानेक चौक, सेवा मार्ग, मार्केट चौक और राजेश मोहल्ला तक फैल गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए, जबकि कई वाहनों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने हिंसा को रोकने के लिए दोनों समूहों पर आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया।
इंदौर (ग्रामीण) एसपी हितिका वासल ने बताया, “मैच के बाद जुलूस निकाला जा रहा था। कुछ लोगों ने मस्जिद के बाहर पटाखे फोड़े। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और पथराव हुआ।”
उन्होंने कहा, “मैं सभी को बताना चाहती हूं कि मैं किसी भी तरह की फर्जी खबरों पर विश्वास नहीं करती… यहां पर्याप्त बल मौजूद है, हम इलाके में गश्त कर रहे हैं। घटना की जांच की जाएगी और इस संबंध में सभी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने पत्रकारों से कहा, “यहां शांति स्थापित हो गई है। कहीं कोई समस्या नहीं है। इसलिए मैं सभी से धैर्य रखने की अपील करता हूं। किसी भी फर्जी खबर पर ध्यान न दें, इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आगे की जांच की जा रही है…”
मध्य प्रदेश के मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा, “जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, कानून अपना काम करेगा। कृपया निश्चिंत रहें।”