एक जनसंहार के लिए ललकारने वाला व्यक्ति और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच एक अद्भुत संवाद
सय्यद वसीम रिज़वी, उर्फ़, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के आज (12 जनवरी, 2022), हरिद्वार में गिरफ़्तारी के दौरान, यति नरसिंघानन्द और उत्तराखंड पुलिस के पुलिसकर्मियों के बीच बातचीत के विडीओ रेकॉर्डिंग की अनुवाद सहित प्रतिलिपि…
पुलिसकर्मी: लीगल प्रोटोकोल है, समझिए बात को
नरसिंघानन्द: लेकिन इन्हें ही क्यों गिरफ़्तार कर कर रहे हो?
पुलिसकर्मी: अरे, मैंने यही बता दिया है न, के लीगल प्रोटोकोल के तहद हमें इन की अरेस्टिंग करनी है…तीन मुक़दमों में वह नेम्ड हैं.
नरसिंघानन्द: तीनों के तीनों में मैं साथ हूँ, तीनों में इनकी अकेली करनी है क्या?
पुलिसकर्मी: स्वामीजी, आइये, आइये, आप आइए, बाक़ी चीज़ हो जाएगा, आप आइए
दूसरा पुलिसकर्मी: आपको नहीं आने को नहीं कह रहे हैं, नहीं आने को नहीं कह रहे हैं
पुलिसकर्मी: वह समझ गए हैं, त्यागी जी समझ गए हैं…
नरसिंघानन्द: यार त्यागी जी तो समझ गये हैं, लेकिन हम भी तो समझे न…
पुलिसकर्मी: आप पीछे आ जाइए
नरसिंघानन्द: हमारे भरोसे तो वह हिन्दू बनें हैं भई…
पुलिसकर्मी: आप आ जाइए, पीछे आ जाइए…आप को दुबारा कह रहे हैं…आप पीछे से आ जाइए
दूसरा पुलिसकर्मी: आइये
नरसिंघानन्द: यार तुम सब मरोगे, और तुम्हारे बच्चे…
पुलिसकर्मी: आइये
नरसिंघानन्द: चल रहा हूँ, अबे, चल रहा हूँ
पुलिसकर्मी: आइये
पत्रकार मोहम्मद जुबैर ने स्थानीय पुलिस और नफरत फैलाने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के बीच बातचीत की विडियो भी साझा की हैं।
Conversation between Local Police and hate monger Yati Narasinghanand Saraswati when Wasim Rizvi urf Jitendra Tyagi was arrested. pic.twitter.com/9v2GM5X5nu
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) January 13, 2022
(इस संवाद को स्वतंत्र पत्रकार आलीशान जाफरी ने ट्विट किया है)