मध्य प्रदेश में हिंदुत्ववादियों के हौसले इस कद्र बुलंद हैं कि खुलेआम मुसलमानों के धार्मिक स्थलों को बंद करने की धमकियां दी जा रही हैं।
ताज़ा मामला धार ज़िले के का हैं जहां पर हिंदुत्ववादी संगठन सांस्कृतिक धरोहर रक्षा समिति द्वारा मदरसा बंद कराने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के लिए रैली निकाली थीं।
रैली को देखते हुए प्रशासन ने पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया था और धार के इमामबाड़ा क्षेत्र को पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए वहां से आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया था।
इसके बावजूद दोपहर में लालबाग परिसर के सामने सैकड़ो की संख्या में हिंदू समाज के लोग इकट्ठा हुए और जमकर नारेबाजी करते हुए कथित भड़काऊ नारे लगाने लगे।
इसके बाद जुलूस कलेक्ट्रेट कार्यालय के मेंन गेट तक पहुंचे जहां पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी मनोज कुमार सिंह को ज्ञापन सौंप कर धार के इमामबाड़ा परिसर को मुस्लिम समाज से मुक्त करने की मांग की गई।
इस मामले पर पत्रकार काशिफ़ काकवी का कहना हैं कि, आदिवासी बहुल धार ज़िले में माहौल ख़राब करने की कोशिश को देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलीस बल तैनात की गई थीं और CCTV सर्विलेंस से निगरानी की जा रहीं थी क्योंकि इमाम बाड़े /मदरसे को लेंड जिहाद बता कर उसे बंद करवाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने धार शहर में रैली निकाली और जबरदस्ती बाज़ार बंद करवाया था।
भरी पुलीस बल के साथ निकले जुलूस में कथित भड़काऊ नारे भी लगे. स्थिति तनावपूर्ण हैं पुलीस ने स्थिति को संभाला और गली मोहल्लों में भी पुलिस बल तैनात किया हैं।