मध्य प्रदेश के एक स्कूल की अध्यापकों द्वारा धर्म परिवर्तन करने की घटना को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा हैं जबकि हिंदू से मुसलमान बनी टीचरों का कहना हैं कि, उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म बदला हैं।
दमोह जिला स्थित गंगा-जमुना स्कूल में धर्मांतरण का झूठा मामला सामने आया है. स्कूल पर आरोप है कि कुछ लेडी टीचरों का धर्मांतरण करवाया गया है।
जबकि विवाद बढ़ता देख तीनों टीचरों ने मीडिया के सामने आकर जबरन धर्मांतरण की बात को झुठलाते हुए कहा कि, हमने स्कूल ज्वाइन करने से पहले ही अपनी मर्जी से धर्म बदल लिया था।
धर्म परिवर्तन करके मुसलमान बनी प्राची जैन उर्फ़ तबस्सुम बानो, अनीता यदुवंशी उर्फ़ अनीता खान, दीप्ति श्रीवास्तव उर्फ़ अफशा शेख बीते मंगलवार को अपने डॉक्यूमेंट लेकर दमोह कलेक्टर पहुंची, जहां उन्होंने कहा कि हमारा धर्मांतरण नहीं हुआ है. हमने अपनी मर्जी से धर्म बदला है. संविधान ने हमें अधिकार दिया है. हम किसी भी धर्म को अपनी मर्जी से मान सकते हैं।
प्राची जैन से तबस्सुम बानो बनी टीचर का कहना हैं कि, मेरा निकाह 2004 में हुआ था. जबकि गंगा जमुना स्कूल 2012 में खुला हैं, अनिता यदुवंशी से नीता खान ने बताया कि मेरी शादी 2013 में हुई है जबकि मैंने स्कूल 2021 में ज्वाइन किया है।
दीप्ति श्रीवास्तव से अफशा शेख बनी टीचर का कहना हैं कि, मेरा निकाह 2000 में हो गया था, अब मेरी 21 साल की बेटी भी है. इसलिए हमारे धर्म परिवर्तन का स्कूल से कोई लेना देना नहीं हैं, हम सब अपनी मर्जी से मुसलमान बने हैं।
टीचरों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन की बात से इंकार करने के बाद भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।