हिंदुस्तान में मुस्लिमों के प्रति नफ़रत के मामलों में लगातार बढ़ोतरी होती जा रहीं हैं. कुछ मामले सामने आ जाते हैं लेकिन ज्यादातर मामलों के बारे में कुछ पता ही नहीं चलता हैं।
मुस्लिम समुदाय से संबंधित लोगों को किराए पर कमरे न मिलना एक बात हो चुकी हैं. इसके साथ साथ अब ऑफिसों में भी मुस्लिमों से भेदभाव किया जाता हैं।
चित्रकार एवं सोशल एक्टिविस्ट दीपेंद्र राजा पांडे ने मुस्लिम कर्मचारी के साथ भेदभाव के एक मामले का खुलासा किया हैं।
दीपेंद्र राजा पांडे के अनुसार “आप मुस्लिम हैं तो आपको किराए पर घर नहीं मिलेगा, नौकरी में भी भेदभाव किया जाता है। मेरा एक मुस्लिम दोस्त है। किसी तरह अपने ऑफ़िस में रोज़ अपनी नौकरी बचाता है, बेकार की ख़री-खोटी-ताने सुनता है, सब साथ लंच करते हैं, वो भरे ऑफ़िस में लंच अकेले करता है। ये सब हिंसा के ही प्रकार हैं।”
आप मुस्लिम हैं तो आपको किराए पर घर नहीं मिलेगा, नौकरी में भी भेदभाव किया जाता है। मेरा एक मुस्लिम दोस्त है। किसी तरह अपने ऑफ़िस में रोज़ अपनी नौकरी बचाता है, बेकार की ख़री-खोटी-ताने सुनता है, सब साथ लंच करते हैं, वो भरे ऑफ़िस में लंच अकेले करता है। ये सब हिंसा के ही प्रकार हैं।
— Deependra Raja Pandey (@drpaandey) February 7, 2022
यह तो एक घटना हैं और पता नही ऐसे कितने मामले हैं जो रोजाना हमारी आंखों के सामने पेश आते हैं. उसके बावजूद हम खामोश रहते हैं।