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मेवात हिंसा: हिंदुत्ववादियों ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अपहरण की फेंक न्यूज़ फैलाई, एडीजीपी ममता शर्मा ने किया बड़ा खुलासा

हरियाणा के मेवात में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर दक्षिणपंथी मीडिया एवं हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े लोगों ने फर्जी ख़बर फैलाकर मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की हैं।

हिंदुत्ववादियों का दावा हैं कि, हिंसा के दौरान शोभा यात्रा में आई हिंदू महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अपहरण की घटनाएं हुईं हैं।

इसके अलावा कई यूट्यूबर्स से बात करने वाले लोगों का दावा है कि मेवात में कई हिंदू महिलाओं का अपहरण किया गया, उन्हें मंदिर से घसीटा गया और पास के खेतों में उनके साथ छेड़छाड़ की गई और महिलाओं और बच्चों को जिंदा जला दिया गया, कई शव गायब हैं, मंदिर के पास महिलाओं के फटे कपड़े भी मिले हैं।

दक्षिणपंथी न्यूज़ वेबसाईट ऑप इंडिया ने इस घटना से संबंधित फर्जी ख़बर शेयर करते हुए हेडलाइन दी हैं कि, महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, खेत में खींच कर ले गए मुस्लिम, नूंह में मंदिर के पास बिखरे पड़े हैं कपड़े, स्थानीय लोगों ने बताया, कई अब भी गायब।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर नूपुर जे शर्मा, बाला, मिस्टर सिन्हा, सागर कुमार (सुदर्शन न्यूज़), मनोज कुमार शर्मा समेत कई आधिकारिक एकाउंट द्वारा भी इस घटना से संबंधित कई फेंक न्यूज़ शेयर की गई हैं।

इस मामले पर नूंह पुलिस और हरियाणा की एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह ने AltNews को बताया हैं कि, मैं पहले ही न्यूज एजेंसी से बात करते हुए इन सभी घटनाओं से इनकार कर चुकी हूं, अभी तक रेप या यौन उत्पीड़न की कोई शिकायत नहीं मिली है।

ममता सिंह के मुताबिक़, मंदिर में या उसके आसपास किसी भी महिला का अपहरण, बलात्कार या छेड़छाड़ नहीं की गई, उनका कहना है कि वह 31 जुलाई को मंदिर में मौजूद थीं और ऐसा कुछ नहीं हुआ. भ्रामक दावे साझा करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर मामला दर्ज किया जाएगा और ऐसे अकाउंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले पर फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर का कहना हैं कि, हरियाणा पुलिस इन यूट्यूब चैनलों और जिन लोगों से उन्होंने बात की हैं उनसे संपर्क करके अधिक जानकारी प्राप्त करें. क्योंकि वीडियो में लोगों का दावा है कि वे प्रत्यक्षदर्शी थे. यदि इन दावों में कोई सच्चाई नहीं है, तो इन यूट्यूब चैनलों और इन प्रचार प्रसार करने वाले लोगों को मुस्लिम विरोधी प्रचार चलाने के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए।

पत्रकार अजीत अंजुम के मुताबिक, मंदिर के पास महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी झूठी ख़बरें फैलाने वालों का मक़सद क्या था? Fake News फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करेंगे मनोहर लाल खट्टर? हरियाणा पुलिस कह चुकी है कि ये बिल्कुल फ़र्ज़ी ख़बर है. अफ़वाह फैलाकर माहौल ख़राब करने की कोशिश है।

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