उत्तर प्रदेश में मुसलमानों को शिक्षा से दूर करने के लिए लगातार मदरसों और अल्पसंखयक शैक्षणिक संस्थानों पर ताला लगाया जा रहा हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मुहम्मद अली जोहर यूनिवर्सिटी को बर्बाद करने की साज़िश रचने के साथ-साथ अब मदरसों पर भी ताला लगाया जा रहा हैं।
उत्तर प्रदेश में मदरसों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही शुरु होने के बाद से अब तक 8 हज़ार से अधिक मदरसे बंद हो चुके हैं।
इन मदरसों में पढ़ने वाले तकरीबन 4 लाख छात्रों का भविष्य अब खतरे में पड़ गया हैं तथा यह छात्र अब धीरे-धीरे शिक्षा से वंचित हो रहें हैं।
आपको बता दे कि 2017 में योगी सरकार के आने के बाद से उत्तर प्रदेश में मदरसों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए एक पोर्टल शुरु किया गया।
इस पोर्टल की शुरुआत से पहले उत्तर प्रदेश में 19 हज़ार से ज्यादा मदरसे थे। इस पोर्टल पर मदरसों के जिम्मेदारों को अपनी मर्ज़ी से रजिस्ट्रेशन करना था।
जिसके तहत कुछ जिम्मेदारों ने रजिस्ट्रेशन कराया और कुछ ने नहीं। इसी प्रकार जब रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरा हुआ तो सिर्फ़ 8500 मदरसों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया था।
इसी को देखते हुए योगी सरकार ने सिर्फ 19 हज़ार मदरसों में से 8500 मदरसों को ही वैध माना तथा बाकी मदरसों को बंद करने का फैसला सुना दिया।
अब सवाल यह उठता हैं कि सरकार ने जिन मदरसों को बंद किया हैं उन मदरसों में पढ़ने वाले 4 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य का क्या होगा?