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भारत राजनीति

आंबेडकर जयंती पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और प्रोफेसर रतन लाल ने गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंच किसानों के समर्थन में जनसभा की।

डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर की जन्मजयंती के अवसर पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद रावण और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल ने किसान आंदोलन को गाज़ीपुर बॉर्डर पर पहुंच कर समर्थन दिया।

गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के बाद चंद्रशेखर आज़ाद रावण एवं प्रो रतन लाल ने डॉक्टर आंबेडकर को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस दौरान भीम आर्मी प्रमुख रावण ने कहा कि हम बाबा साहेब आंबेडकर की जन्म जयंती को किसान–बहुजन एकता दिवस दिवस के रूप में मनाएंगे और पूरे देश के बहुजन समाज एवं किसान भाइयों को एकजुट कर सता के खिलाफ़ लड़ाई लड़ेंगे।

इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “जीना कोई बड़ी बात नही है सम्मान और संघर्ष के साथ जीना बड़ी बात होती है” ये मैने बाबा साहेब आंबेडकर से सीखा है और इसे अपने जीवन का मूल समझता हूँ।

साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम किसान भाइयों के लिए खून देने के लिए भी तैयार है और ये लड़ाई किसान और बहुजन समाज की साझा लड़ाई है।

प्रोफेसर रतनलाल ने डॉक्टर अंबेडकर की 130 वीं जन्म जयंती पर कहा कि “आज डॉक्टर अंबेडकर जयंती है। छह महीनों से संघर्षरत मेहनतकश किसानों के नाम रहा बाबा साहब का दिन”।

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