नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले एवं इस आंदोलन के प्रमुख चेहरे उमर खालीद लगभग 1 वर्ष से जेल में बंद है।
दिल्ली दंगों के आरोप में पुलिस ने उमर खालीद को यूएपीए के तहत जेल में डाल रखा है तभी से उनको तरह-तरह की यातनाएँ दी जा रही है।
उमर खालीद ने हाल ही में एक पत्र भेजा था जिसमें लिखा था कि 8 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक चार्जशीट दाखिल नही कर पाई है। जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि उमर खालीद एवं अन्य मुस्लिम छात्रों को जबरन जेल में बंद करके उनको डराने की कोशिश की जा रही है।
पिछले दिनों उमर खालीद का जन्मदिन था जिसपर काफी लोगों ने उनकी सेहत एवं जल्द से जल्द रिहाई की दुआएं मांगी थी।
पत्रकार जाकिर अली त्यागी ने भी उमर के जन्मदिन पर कहा कि उमर खालीद नाम नही बल्कि एक विचारधारा है नाम को मिटाया जा सकता है विचारधारा को कभी भी नही मिटाया जा सकता।
ज़ाकिर अली त्यागी के अनुसार “उमर खालिद 1 वर्ष से देश मे संवैधानिक लड़ाई लड़ने के जुर्म में क़ैद है,सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि मेरे दोस्त मेरे भाई उमर ख़ालिद जैसी आवाज़ों को दिल्ली तो क्या सात समुंदर पार की जेलों में डालकर भी क़ैद नही किया जा सकता है,उमर खालिद नाम नही विचारधारा है।”
उमर खालिद 1 वर्ष से देश मे संवैधानिक लड़ाई लड़ने के जुर्म में क़ैद है,सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि मेरे दोस्त मेरे भाई उमर ख़ालिद जैसी आवाज़ों को दिल्ली तो क्या सात समुंदर पार की जेलों में डालकर भी क़ैद नही किया जा सकता है,उमर खालिद नाम नही विचारधारा है।#HappyBirthdayUmar pic.twitter.com/z09JoXHb7Q
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) August 11, 2021