उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अब विधान परिषद के चुनावों का बिगुल बज चुका हैं. ऐसे में सभी पार्टी अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहीं हैं।
मुसलमानों की 80 फ़ीसदी के क़रीब वोट लेने वाली समाजवादी पार्टी ने भी एमएलसी चुनाव के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस बार 20 में से 15 सीटों पर यादवों को टिकट दिया हैं. तथा मात्र 2 सीट पर मुस्लिमों को उम्मीदवार बनाया हैं।
समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मण, ठाकुर एवं कुर्मी समाज से भी एक एक उम्मीदवार घोषित किया. 20 में से सिर्फ़ 2 मुस्लिमों को टिकट देने पर मुस्लिम समाज के लोगों में काफ़ी गुस्सा हैं।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान का कहना हैं कि “यादव माल खाए मुसलमान मार खाए, झूठा समाजवाद अब नहीं चलेगा. सेकुलरिज्म के फर्जी सूरमा मुसलमानों के झूठे मसीहा अखिलेश यादव ने सपा के MLC उम्मीदवारों की लिस्ट में 80% यादवों को टिकट दिया है जो समाज भाजपा को वोट दिया उसको MLC बनाओ और जो 90% आपको वोट दिया उससे सिर्फ दरी बिछवाओ।”
यादव माल खाए मुसलमान मार खाए,झूठा समाजवाद अब नहीं चलेगा.
सेकुलरिज्म के फर्जी सूरमा मुसलमानों के झूठे मसीहा @yadavakhilesh जी ने सपा के MLC उम्मीदवारों की लिस्ट में 80% यादवों को टिकट दिया है जो समाज #भाजपा को वोट दिया उसको MLC बनाओ और जो 90% आपको वोट दिया उससे सिर्फ दरी बिछवाओगे.— Shadab Chauhan شاداب چوہان (@shadab_chouhan1) March 17, 2022
मुस्लिम एक्टिविस्ट शाहनवाज अंसारी के अनुसार, यूपी असेंबली इलेक्शन में समाजवादी पार्टी को यादव से अधिक वोट मुसलमानों ने किया। तक़रीबन 76 फ़ीसद मुस्लिम वोट सपा को मिला है. लेकिन अबतक सपा के घोषित 20 एमएलसी उम्मीदवारों में 15 यादव और फ़क़त दो मुस्लिम उम्मीदवार हैं।
अब हम सवाल करें तो कहते हैं- ‘तुम सेक्युलरिज़्म के दुश्मन हो।
यूपी असेंबली इलेक्शन में समाजवादी पार्टी को यादव से अधिक वोट मुसलमानों ने किया। तक़रीबन 76 फ़ीसद मुस्लिम वोट सपा को मिला है।
लेकिन अबतक सपा के घोषित 20 एमएलसी उम्मीदवारों में 15 यादव और फ़क़त दो मुस्लिम उम्मीदवार हैं।
अब हम सवाल करें तो कहते हैं- 'तुम सेक्युलरिज़्म के दुश्मन हो'— Shahnawaz Ansari (@shanu_sab) March 18, 2022