बिहार पुलिस ने सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे दंगाइयों के मंसूबों पर पानी फेर दिया तथा एक बड़ी घटना को होने से रोक दिया।
मामला सीतामढ़ी के मेजरगंज थाना क्षेत्रान्तर्गत दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान का है. बसबिटा बाजार पर झण्डा जुलूस निकला हुआ था।
झण्डा जुलूस के दौरान बसबिट्टा गॉव के छः व्यक्तियों का एक समुह जुलूस की भीड में नियमों का उल्लंघन करते हुए खरतनाक धारदार हथियारों से लैश होकर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नारे लगा रहे थे।
पुलिस के आधिकारिक बयान के मुताबिक, यह लोग बसबिट्टा गाँव के मुस्लिम बिरादरी के लोगों के साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए उतेजक नारेबारी करते हुए सांप्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे थे।
इस दौरान जब उक्त स्थान पर प्रतिनियुक्त महिला पुलिस पदाधिकारी वीणा कुमारी ने इनको ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने उनके साथ गाली गलौज व हाथा पाई भी की तथा स्थानीय दुकानों में घुसकर तोड़-फोड़, लूट-पाट की।
इस बात की सूचना जा जब अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी राम कृष्णा को मिली तो वह थाना में प्रतिनियुक्त बल के साथ उज्जवल कुमार उर्फ टनटन और गोपाल मिश्रा के तलाशी लेने गए।
इस दौरान पुलिसकर्मियों को उसकी पेंट के बायें कमर से एक 315 बोर की एक लोडेड देशी पिस्तौल जिसके चैम्बर में 315 बोर का जिन्दा कारतुस एवं दाहिने पॉकेट से एक किच किया हुआ 315 बोर का जिन्दा कारतुस बरामद हुआ।
जिसके बाद पुलिस ने घटना में संलिप्त आदर्श कुमार, शिवम पासवान, निखिल कुमार, सुभाष कुमार, उज्जवल कुमार उर्फ टनटन को गिरफ्तार कर लिया है तथा इनके खिलाफ धारा-191(2), 191(3), 190, 126 (2),115(2),132,74,333,305,223,326(g),62,61 (2), 24(4),8(5),281,299,308(4),352,351 (2), 8 (3), 111 (3) & (4) बी०ए न०एस० एवं 25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स एक्ट के तहत FIR दर्ज़ कर कार्रवाई की जा रही है।
इसके अलावा फरार निपेन्द्र कुमार उर्फ मोहनलाल, शैम्पू मिश्रा की गिरफतारी के लिए छापामारी की जा रही है।