उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शिक्षिका की नफ़रत के शिकार मुस्लिम बच्चें को केरला की सरकार ने गोद लेने की इच्छा जताई है ताकि वहां उसकी ठीक तरीके से पढ़ाई हो सकें।
केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने कहा कि अगर बच्चे के माता-पिता तैयार हो तो राज्य सरकार उसे सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करेगी और उसकी पढ़ाई-लिखाई का पूरा खर्च उठाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा, केरल सरकार और यहां के लोग धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा करने का प्रयास करते हैं, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी एक पत्र भेजकर थप्पड़ मारने के मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की हैं।
इस मामले पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना हैं कि, कैसे एक शिक्षक ने एक बच्चे को धर्म के आधार पर दंडित किया और उसके साथी छात्रों से ऐसा करने को कहा? यह घटना इस बात की कड़ी चेतावनी है कि सांप्रदायिकता और नफरत हमारे समाज में कितनी गहराई तक घुसपैठ कर सकती है. यह समय का एक चिंताजनक संकेत है. हमें जागना चाहिए, एकजुट होना चाहिए और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए।