जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में आरपीएफ कांस्टेबल चेतन चौधरी द्वारा सीनियर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर तीकाराम मीणा समेत तीन मुस्लिम युवकों की गोली मारकर बेरहमी से की गई हत्या से पूरे देश का मुसलमान खौफ में हैं।
इस आतंकी घटना के बाद से यह खबरें भी सामने आ रहीं हैं कि अब मुस्लिम समुदाय के लोग ट्रेन में यात्रा करने से बच रहें हैं, इसी बीच घटना के शिकार मृतक अब्दुल कादिर के बेटे का कहना हैं कि, हम अब भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं।
36 वर्षीय अब्दुल कादिर शारजाह से राजस्थान आ रहें थे, जब उनको गोली मारी गई तो वह अपने सामान के साथ गेट के पास थे और उन्हें बोरीवली उतरना था।
हुसैन के मुताबिक़, उन्होंने पुलिस से बी5 में मौजूद पैसेंजर्स के नाम और नंबर्स मांगे हैं और साथ ही सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग भी मांगी है, लेकिन पुलिस कोई मदद नहीं कर रही है।
हुसैन ने भारत में असुरक्षित महसूस करते हुए कहा कि, वह पहले भारत में रहने का प्लान कर रहे थे. लेकिन अब उनका इरादा बदल गया है और अब वह शारजाह में ही अपने परिवार के साथ सेटल होंगे।
मैं अगले दो से तीन वर्षों में भारत में बसने की प्लानिंग कर रहा था ताकि मैं अपने माता-पिता के करीब रह सकूं, लेकिन मेरे पिता के साथ जो हुआ हैं उसके बाद से अब मैं अपनी मां को शारजाह ले जाऊंगा और वहीं बस जाऊंगा।