जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने बुधवार को कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में एक जनसभा का आयोजन किया।
यह सभा जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आयोजित की गई थी। नजीब पर अक्टूबर 2016 में एबीवीपी सदस्यों द्वारा हमला किया गया था और उसके बाद से वह गायब है।
सभा की शुरुआत जेएनयूएसयू अध्यक्ष नितीश कुमार ने की। उन्होंने कहा कि नौ साल बीतने के बाद भी न तो दिल्ली पुलिस और न ही सीबीआई ने कोई न्याय दिलाया है। हाल ही में मामले की कार्यवाही को बंद करने की कोशिश को उन्होंने न्याय से इनकार बताया और कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक जवाबदेही तय नहीं होती।
इस मौके पर राज्यसभा सांसद मनोज झा और वी. शिवदासन, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अहमद साजू, मानवाधिकार कार्यकर्ता नदीम अहमद और सीपीआई(एमएल) लिबरेशन के नेता एन. साई बालाजी मौजूद रहे।
जेएनयूटीए अध्यक्ष सुरजीत मजूमदार ने भी सभा को संबोधित करते हुए शैक्षणिक जगत की ओर से नजीब को न्याय दिलाने के संकल्प को दोहराया।
सभा का सबसे भावुक क्षण रहा जब नजीब की मां फ़ातिमा नफ़ीस ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल से वह बेटे की तलाश और न्याय के लिए संघर्ष कर रही हैं, बावजूद इसके कि सरकार और एजेंसियां चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी हिम्मत ने छात्रों के आंदोलन को लगातार मजबूती दी है।
कार्यक्रम का समापन जेएनयूएसयू महासचिव मुंतेहा फ़ातिमा ने किया। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई केवल नजीब के लिए नहीं बल्कि उन सभी अल्पसंख्यक और मुस्लिम छात्रों के लिए है जो विश्वविद्यालयों और समाज में भेदभाव का सामना करते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि आंदोलन और अधिक ताक़त और संकल्प के साथ आगे बढ़ेगा।
जेएनयूएसयू ने ऐलान किया कि वे न्यायालय में केस को आगे ले जाएंगे और आंदोलन को तेज करेंगे। छात्र संघ ने साफ किया कि जब तक नजीब को ढूंढ नहीं लिया जाता और न्याय नहीं मिलता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।