उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट को तोड़ने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विश्वविद्यालय के छात्रों समेत तमाम लोग इसका विरोध कर रहे है।
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान ने बनवाई थी ताकि गरीब तबके के लोग अच्छी शिक्षा हांसिल कर सके। लेकिन आज आज़म खान से संबंधित तमाम चीजों पर बदले की भावना से कार्यवाही हो रही है।
कोर्ट का मानना है कि यह गेट सरकारी ज़मीन पर बना है इसलिए इसको तोड़ना पड़ेगा जबकि लोगों का कहना है कि जौहर यूनिवर्सिटी एक शैक्षणिक संस्थान है इसलिए इसके गेट से किसी को आपत्ति नही होनी चाहिए।
टीपू सुल्तान पार्टी खुलकर मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का गेट तोड़ने का विरोध कर रही है तथा सोशल मीडिया के जरिए लगातार जौहर यूनिवर्सिटी के समर्थन में आवाज़ भी बुलंद कर रही है।
आज टीपू सुल्तान पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी जौहर यूनिवर्सिटी के छात्रों से मिला है तथा उनको अपना समर्थन भी दिया।
टीपू सुल्तान पार्टी के अनुसार “टीपू सुल्तान पार्टी के दिल्ली प्रदेश महासचिव दानिश और पार्टी के अन्य मेंबर आज मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर पहुंचे और छात्र संगठन और छात्रों से मुलाकात की और उनका समर्थन करके उन्हें प्रोत्साहित किया।
टीपू सुल्तान पार्टी के दिल्ली प्रदेश महासचिव .@TSP_danishahmed और पार्टी के मेंबर आज मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर पहुंचे और छात्र संगठन और छात्रों से मुलाकात की और उनका समर्थन करके उन्हें प्रोत्साहित किया#SaveJauharUniversity pic.twitter.com/SipYKfMhE3
— Tipu Sultan Party ٹیپو سلطان پارٹی (@TSP4India) August 4, 2021
टीपू सुल्तान पार्टी ने इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी सवाल करते हुए कहा है कि “आखिर क्यो समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर ख़ामोश है? अखिलेश यादव इस फैसले का विरोध क्यो नही कर रहे है?”
Why is the Samajwadi Party silent today on the decision to demolish the Jauhar University gate?
— Tipu Sultan Party ٹیپو سلطان پارٹی (@TSP4India) August 3, 2021