हाल ही में उत्तर प्रदेश एंटी टेरर स्कॉयड (यूपी ATS) ने बड़े पैमाने पर छापेमारी कर लगभग 70 मुसलमानों को हिरासत में लिया था, इसी कड़ी में रिहाई मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद शोएब को भी उनके घर से उठाया गया था।
हालांकि 24 घंटे के भीतर ही उनको रिहा कर दिया गया था लेकिन बाकि के मुसलमान जिनके ऊपर पीएफआई से जुड़े होने के आरोप हैं वे सभी अभी तक जेल में ही हैं।
अपनी रिहाई पर एडवोकेट मोहम्मद शोएब का कहना हैं कि, मुसलमानों में डर का माहौल पैदा करने के लिए गिरफ्तारियां हो रहीं हैं ताकि मुसलमान डर जाए और चुप रहें।
शोएब कहते हैं कि, कर्नाटक चुनाव को मद्देनजर रखते हुए इतने बड़े पैमाने पर मुसलमानों की गिरफ्तारियां हुई हैं, डर का माहौल बनाया जा रहा हैं जब एक वकील की गिरफ्तारी हो सकती है तो किसी की भी हो सकती है, एक वकील होने के नाते यह गिरफ्तारी वकालत के पेशे पर हमला है।
शोएब से हुई पूछताछ के दौरान एटीएस ने कहा कि, “आप रिहाई मंच खत्म क्यों नहीं कर देते” जिसके जवाब में शोएब ने कहा, रिहाई मंच गरीब और बेसहारा लोगों की आवाज है, जब तक मैं रहूंगा तब तक रिहाई मंच चलेगा।