उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर मुसलमानों का पलायन ज़ारी हैं, अब तक दर्जनों परिवार हिंदुत्ववादियों के डर की वजह से अपनी दुकानें और मकान खाली करके जा चुके हैं।
26 मई को हुई कथित लड़की भगाने की घटना के बाद से मुस्लिम व्यापारियों की एक भी दुकान अभी तक नहीं खुली है. बल्कि इन बीते दिनों में 14 मुस्लिम व्यापारी अपनी दुकानें खाली करके पलायन कर चुके हैं।
इसके अलावा 42 साल से पुरोला (उत्तरकाशी) में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील कल देहरादून शिफ्ट हो गए. अब तक पुरोला से 8 और यमुना घाटी से 12 लोग अपनी दुकान छोड़कर जा चुके हैं।
पुरोला में 15 जून को हिन्दुओं की महापंचायत होनी है. इससे पहले मुसलमानों को अपनी दुकानें और मकान छोड़कर जाने की धमकी दी गईं हैं।
आपको बता दें कि, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष जाहिद भी चार दिन दिन पहले सामान समेटकर पुरोला से चले गए है तथा रविवार को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा मंडल अध्यक्ष शकील अहमद ने भी अपनी गारमेंटस की दुकान खाली कर दी है।
उत्तरकाशी के बाद अब टिहरी गढ़वाल से भी पलायन की खबरें आ रहीं हैं वहां भी विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल वालों ने मुसलमानों को 10 दिन में यहां से चले जाने की धमकी दी हैं।