हरियाणा में गौरक्षा के नाम पर लोगों को परेशान करने वाले तथाकथित गौरक्षकों को किसानों ने सख़्त चेतावनी देते हुए एफआईआर दर्ज़ कराई हैं।
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के राज्य महासचिव संदीप सिवाच ने मोनू मानेसर जैसे लोगो को चेतावनी देते हुए कहा है कि, यह हिसार हैं मेवात नहीं है जहां तुम धर्म के नाम पर लोगों को परेशान कर सकते हो।
आपको बता दें कि, बीते रविवार की रात को मोचीवाला गांव के किसान अपने बैलों को राजस्थान के नागौर में लगने वाले पशु मेले में लेकर जा रहे थे. लुदास गांव के पास कथित गौरक्षकों ने उनके वाहन को रुकवाया और रुपयों की मांग की।
गौरक्षकों ने धमकी देते हुए कहा कि रुपये नहीं दिए तो वे उनको जान से मार देंगे. उन्होंने बताया कि किसानों ने गांव के सरपंच द्वारा जारी किया गया पत्र भी दिखाया कि यह बैल उनके हैं और पशु मेले में लेकर जा रहे हैं लेकिन वे अवैध वसूली की मांग पर अड़े रहे।
किसानों ने सदर थाना पुलिस को जब इस मामले की शिकायत दी तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की बजाय किसानों के बैलों को ही पूरी रात थाने में रखा. इस बात से गुस्साए किसान वहीं धरने पर बैठ गए तथा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगें।
मामला बढ़ता देख पुलिस ने गोरक्षकों के खिलाफ मवेशियों को ले जाने के लिए परेशान करने और उनसे पैसे वसूलने का मामला दर्ज किया हैं।
संदीप सिवाच का कहना है कि, राजस्थान से जब हरियाणा में एंट्री करते हैं तो गौरक्षा के नाम पर दलाली करने वाले लोग 10-20 हज़ार रुपए लेकर बॉर्डर पार करवाते हैं. सरकार ने गौरक्षा के नाम पर गुंडे छोड़ रखे हैं जो दिन दहाड़े किसानों को लुटते हैं।