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रांची विश्वविद्यालय की नेत्रहीन छात्रा सदफ कायनात ने उर्दू में किया टॉप, राज्यपाल ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया

“कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” इस बात को झारखंड की सदफ कायनात ने एक बार फिर सच साबित कर दिया. नेत्रहीन सदफ ने उर्दू में टॉप करके सबको चौंका दिया।

रांची विश्वविद्यालय के 36वें दीक्षांत समारोह में लगभग 29 हजार छात्र-छात्राओं के डिग्रियां बांटी गईं तथा 80 छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा गया, लेकिन इन सब में एमए की छात्रा सदफ कायनात के गोल्ड मेडल की चमक थोड़ी अलग हैं।

राज्यपाल सी.पी. बालाकृष्णन भी सदफ कायनात की प्रतिभा के सामने नतमस्तक हो गए. नेत्रहीन छात्र को जब गोल्ड मेडल पहनाया गया तो उनके चेहरे पर खुशी की अद्भुत चमक थी।

आपको बता दें कि, सात-आठ साल पहले सदफ की आंखों की रोशनी चली गईं थीं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दिल से पढ़ाई करती रहीं।

सदफ का कहना हैं कि, मैं देख नहीं सकती हूं लेकिन में लेक्चर को मोबाइल में रिकार्ड करती थीं और घर जाकर उसको सुनती थीं. अब मैं पीएचडी करके शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हूं।

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